15 वर्षों से संविदाकर्मियों का शोषण करता आ रहा है केजीएमयू - फतेह बहादुर सिंह
लखनऊ। राष्ट्रीय जनाधिकार परिषद के अध्यक्ष फतेह बहादुर सिंह (शिकायतकर्ता) के कहा कि बिना पंजीकरण के गैर कानूनी तरीके से किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) लगभग 15 वर्षों से संविदाकर्मियों का शोषण करता रहा आ रहा है। शिकायतकर्ता फतेह बहादुर सिंह की शिकायत का संज्ञान लेते हुए आज श्रम विभाग ने केजीएमयू को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
अपर श्रमायुक्त कार्यालय लखनऊ के सहायक श्रमायुक्त आर.एम.तिवारी ने किंग जार्ज चिकित्सा विश्विद्यालय लखनऊ को कारण बताओ नोटिस जारी करके यह स्पष्ट करने को कहा है कि आखिर केजीएमयू ने अब तक कांट्रेक्ट लेबर(रेगुलेशन एन्ड एबोलिशन) ऐक्ट- 1970 के अंतर्गत अपना पंजीकरण क्यों नही कराया है। विश्वविद्यालय में कार्यरत सभी 10 आउटसोर्सिंग कंपनियों ने भी बिना पंजीकरण कराए ही अपना काम जारी रखा है, जो गैर कानूनी है । करीब 5000 संविदाकर्मियों का शोषण केजीएमयू द्वारा किया जा रहा है । सुनवाई की अगली तारीख 24 नवंबर 2020 को तय की गई है ।