गांधी जयंती पर आम आदमी पार्टी करेगी उपवास - सभाजीत सिंह


लखनऊ। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक बेटियों के साथ बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। हाथरस में दलित बच्ची के साथ बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। बलरामपुर में बलात्कारियों ने छात्रा के साथ गैंग रेप किया। उसके पैर की हड्डी तोड़ दी और छात्रा की कमर तोड़ दिया। चाहे आजमगढ़ हो या बुलंदशहर,उत्तर प्रदेश में आए दिन बेटियों के साथ बर्बर और जघन्य घटनाएं हो रही हैं।बहन बेटियों को सुरक्षा देने का वादा कर, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देकर सत्ता में आई उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह से प्रदेश में बहन बेटियों को सुरक्षा दे पाने में अक्षम रही है।


उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर निशाना लगाते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनको तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आम आदमी पार्टी प्रदेश की महिलाओं, बहन-बेटियों को न्याय दिलाने के लिए कल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती पर एक दिन का उपवास करेगी।


उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी विधानसभा कमेटियां अपने अपने तहसील मुख्यालयों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्प अर्पित करने के बाद प्रतिमा के सामने ही पूरे दिन का उपवास रखेंगे और यह मांग करेंगे कि योगी प्रदेश की बेटियों को सुरक्षा दो, नहीं तो योगी गद्दी छोड़ दो।


आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि प्रदेश में आये दिन होने वाली बर्बर घटनाएं यकीन दिला देती है कि उत्तर प्रदेश में कोई कानून व्यवस्था नही है।इस सरकार को जंगल राज की संज्ञा देना भी गलत है , क्योंकि जंगल का भी कुछ कानून होता है।इस सरकार को वहशी राज कहे तो ज्यादा उपयुक्त होगा। 


उन्होंने कहा कि यह कैसे योगी हैं? यह कैसे मुख्यमंत्री हैं ? कितने संवेदनशील हैं ? कि जो रोज अखबार में पढ़ते होंगे, खून से रंगे हुए अखबारों में यह घटनाएं दिखती होंगी, उसके बाद भी आराम से नाश्ता खाने का कार्यक्रम करते होंगे। उनके माथे पर शिकन तक नहीं आती? और उनके अंदर काम करने वाली पुलिस घटनाओं को छुपाने के लिये मामलों की लीपापोती करने में लगी हुई है। हाथरस की घटना में, विश्वास नहीं होता कि किस देश की पुलिस थी जिसने बच्ची के ऊपर अपराध होने के बाद उसके परिवार के लोगों को न सिर्फ 10 दिन तक ठोकर खिलवाई, आतंकित किया, बल्कि जब मामला खुला और बच्ची की मौत हो गई ,तो परिवार को कमरे में बंद कर जबरन दाह संस्कार कर दिया। इसको आप अंतिम संस्कार नहीं कह सकते, इसको कहा जाता सकता है कि जला दिया गया। अंतिम संस्कार तो वह है जो परिवार की मौजूदगी में, विधि विधान के साथ हो। एक पत्रकार ने घटना का खुलासा किया। कुछ पुलिसवाले हाथरस की बच्ची को उसके परिवारीजनों से छीन कर उसका दाह संस्कार कर रहे थे,तो पुलिसवालों से पूछा गया।लेकिन वो जवाब देने को तैयार नहीं थे। जैसे लग रहा था किसी देश की सीमा आक्रमण कर दिया गया हो। मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि संवेदनहीन सरकार है,सुने कि नहीं सुने। अपने प्रचार माध्यम से लोगों को भरमाने का काम करती है,और कोई काम करती नहीं। गांधी जयंती पर आप कार्यकर्ता महात्मा गांधी से पूछेंगे? क्या यही भारत का संविधान है।


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