हाथरस काण्ड एक षड्यंत्र है , जिसकी जाँच चल रही है - एडीजी लॉ एंड ऑर्डर
लखनऊ। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने हाथरस काण्ड पर दिया बयान कहा हाथरस में पीडिता के भाई बयान के आधार पर अभियोग पंजीकृत किया गया है और सभी आरोपी को जेल भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा Sit जांच के आदेश हुये साथ ही सीबीआई जांच की भी अनुशंसा की गई है इसके बावजूद कुछ संगठनो द्वारा जातीय सम्प्रदायिक हिंसा फैलाने सरकार की छवि खराब करने का काम किया जा रहा है। वेबसाइट का इस्तेमाल करके पीड़ित परिवार के घर गांव के पास अनावश्यक भीड़ इकट्ठी की गई , झूठ के द्वारा उन्माद फैलाने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए 5 लोगों को ही राजनैतिक दलों से जाने की अनुमति दी गई थी फिर भी उसका उल्लंघन करते हुए कल हिंसा पर वे उतारू हुए जिनपर हल्का बल प्रयोग किया गया। सोशल मीडिया पर मैसेज साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने में अभियोग ,भीड़ इकट्ठी करने वालों पर भी मुकदमे लिखे गए हैं। हाथरस थाना चंदपा में 109,120b,153 में ,195 ,465,469,501,505,आईटी एक्ट के तहत भी मुकदमे लिखे गए हैं। कुछ अराजक तत्वों द्वारा जातीय विद्वेष फैलाने, पीड़ित परिवार को भड़काने,50 लाख का प्रलोभन देने के सम्बंध में मामला दर्ज किया गया है। दूसरा अभियोग 152 में जो अधिकारी ड्यूटी पर थे उनके साथ मारपीट करने बैरिकेडिंग तोड़ने 144 का उल्लंघन करने के लिए किया गया है। एक अन्य मुकदमा 153/2020 में राजनीतिक दलों पर 154/2020 में भी मुकदमा किया गया है। इसके अतिरिक्त शासनी थाने में अभियोग है कुछ राजनीतिक दल के समर्थक 400 से 500 लोगों के द्वारा यातायात जाम करने के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है। जनपद बिजनौर,बुलंदशहर, अयोध्या,हाथरस,लखनऊ कमिश्नरेट में 13 अभियोग है जिनमे 5 गिरफ्तार किए गए हैं। कल एक विवादित पोस्टर लगाने में हजरतगंज लखनऊ में अभियोग पंजीकृत किया गया था जिसमे 2 लोग पकड़े गए हैं। लखनऊ ग्रामीण में भी कुछ लोग गिरफ्तार हुए हैं। मथुरा में भी अभियोग लिखा गया है। दोषियों के ऊपर कठोर करवाई करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। महिला सम्बन्धी अपराधों में सजा दिलाने में अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी आगे रहा है। महिला अपराधों में कमी आई है। जो मुख्य अभियोग हैं वो हाथरस में हैं उनकी संख्या 6 है। हाथरस काण्ड एक षड्यंत्र हैं उसके बारे में विवेचना शुरू कर दी गई है गिरफ्तारी की जाएंगी। साक्ष्य इकट्ठे करने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। जो भी साक्ष्य मिल रहे हैं हम उनपर कार्रवाई कर रहे हैं। बहुत व्यक्ति विशेष के बारे में अभी कुछ नहीं कहना उचित है ,जब पूरे साक्ष्य मिल जाएंगे तब कुछ कहा जाएगा।