प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों के साथ की एक मुलाकात
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी पटरी वाले दुकानदारों को सरकार की ओर से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। कोविड-19 और उसके बाद लॉकडाउन के कारण लोगों की रोजी - रोटी पर प्रतिकूल असर पड़ा था और अर्थव्यवस्था में गतिरोध आ गया था।इस गतिरोध को दूर करने के लिए सरकार की ओर से व्यापक प्रयास किए गए और समाज के हर तबके के लोगों को वित्तीय मदद प्रदान की गई।
सरकार ने पौने दो लाख करोड रुपए के पीएम जीकेवाई पैकेज की घोषणा की और उसके बाद बीस लाख करोड़ रुपए का विशेष पैकेज दिया ।
इससे अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से गति देने में मदद मिली सरकार का प्रयास इस बात का था कि समाज के हर तबके के लोगों को संकट की इस घड़ी में पूरी मदद की जाए चाहे वह किसान हो या चाहे छोटे और मझोले उद्योगपति या बड़े उद्योगपति । महिलाएं हो या कारीगर, समाज के अन्य छोटे वर्ग के लोग सभी को सरकार ने यथोचित मदद की ।
सरकार ने बड़ी संख्या में गरीब लोगों को निशुल्क खाद्यान्न दिया।इसी क्रम में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का शुभारंभ किया।इस योजना से उत्तर प्रदेश में से भी ज्यादा लोगों का अब तक रजिस्ट्रेशन हो चुका है।ताजा आंकड़ों के मुताबिक स्थानीय निकायों के पौने तीन लाख लोगो अपना कारोबार शुरू कर चुके हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी क्रम में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों के साथ एक मुलाकात की।इस मुलाकात में उत्तर प्रदेश के 3 जिलों से एक - एक लाभार्थी शामिल हुए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जो लाभार्थी जुड़े थे उनका नाम है विजय बहादुर निषाद विजय बहादुर लाई चने का व्यापार किया करते थे।उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। विजय
ने बताया कि उन्हें नगर पालिका के कर्मचारियों द्वारा मालूम हुआ किस प्रकार से फॉर्म भरा जाए तो उन्हें दस हजार रूपये की मदद हो सकती है। विजय बहादुर ने अपना फॉर्म भरा और उनके मामले पर कार्रवाई हुई और उनको मदद मिल गई। मदद का फायदा उठाते हुए विजय बहादुर ने अपने कारोबार को बढ़ाया।विजय बहादुर के दो बच्चे हैं अखिलेश और शिवा जो कि अभी छोटे हैं। विजय बहादुर की इच्छा है कि वे उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान करें जिससे कि उनका भविष्य उज्जवल हो ।
आगरा से जो लाभार्थी जुड़ी थी वह उनका नाम है प्रीति सब्जी और फलों का कारोबार करती थी। लॉक डाउन के बाद इनका भी कारोबार प्रभावित हुआ था लेकिन बाद में उन्हें प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत मदद मिली थी।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से जो लाभार्थी इस कार्यक्रम में जुड़े थे उनका नाम है अरविंद मोमोस बनाने का काम करते हैं, अरविंद ने बताया कि उन्हें जो मदद प्रधानमंत्री निधि योजना के तहत मिली है उससे उन्होंने अपने कारोबार को बढ़ाया है ।
प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में अरविंद ने बताया कि उन्हें आयुष्मान कार्ड की सुविधा प्राप्त है और उन्होंने डेढ़ सौ रूपये का बीमा भी कराया है । साथ ही अंत्योदय कार्ड भी प्राप्त है जिससे कि उन्हें निशुल्क रूप से खाद्यान्न मिल रहा है ।सभी लाभार्थियों ने इस बात की मुक्त कंठ से प्रशंसा कि सरकार ने रेहड़ी पटरी दुकानदारों के हितों की चिंता की । लोगो मे इस योजना को लेकर काफी उत्साह है।