राज्य सरकार द्वारा भविष्य में 03 लाख युवाओं को नौकरियां देने का लक्ष्य निर्धारित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विगत साढ़े तीन वर्षों में प्रदेश की बेसिक शिक्षा को सुदृढ़ करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्र देश का भविष्य होते हैं। अतः बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए, ताकि उनकी नीव मजबूत बन सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अपने दायित्वों का निर्वाहन भलीभांति करना होगा। उन्हें बच्चों को पूरी मेहनत से पढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षकों के हाथ में देश का भविष्य है। अतः उन्हें पूरी गम्भीरता से कार्य करना होगा।


मुख्यमंत्री ने यह विचार अपने सरकारी आवास पर आयोजित सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में चयनित 31,277 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को नौकरी देने के प्रति अत्यन्त गम्भीर है। राज्य सरकार द्वारा अब तक लगभग 03 लाख युवाओं को नौकरियां दी गई हैं। भविष्य में 03 लाख युवाओं को नौकरियां देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि आज के इस नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम से इसकी शुरुआत हो गई है।


योगी ने कहा कि प्रदेश के बेसिक शिक्षा विद्यालयों में पढ़ने वाले 1.80 करोड़ बच्चों को अच्छी शिक्षा की आवश्यकता है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की भी आवश्यकता थी। राज्य सरकार द्वारा 69,000 शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई थी। प्रयास यह था कि इसके तहत वर्ष 2019 में ही अभ्यर्थियों का चयन कर उन्हें नियुक्ति दी जाए, परन्तु कुछ अड़चनों के कारण इसमें विलम्ब हुआ। उन्होंने कहा कि सभी सफल अभ्यर्थियों का चयन निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से किया गया है। इस भर्ती के माध्यम से आज 31,277 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण का शुभारम्भ किया गया है। उन्होंने अपेक्षा की कि सफल अभ्यर्थी परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराएंगे।


उन्होंने कहा कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में राज्य सरकार द्वारा शिक्षामित्रों को वेटेज दिया गया और उन्हें शिक्षक बनने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि 31,277 सफल अभ्यर्थियों में से 6,675 शिक्षामित्र हैं। भर्ती में आरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है। चयनित सफल अध्यापकों में 15,933 अनारक्षित श्रेणी, 8,513 ओ0बी0सी0, 6,615 अनुसूचित जाति तथा 216 अनुसूचित जन जाति के अभ्यर्थी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया पूर्णतया पारदर्शी एवं निष्पक्ष होने के कारण सभी सफल अभ्यर्थी प्रतिस्पर्धा में सफल होने के कारण नियुक्ति पा रहे हैं। नियुक्तियों में सभी मानकों का पालन किया गया है।


मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों से पिछले साढ़े तीन वर्षों में बेसिक शिक्षा में काफी परिवर्तन हुआ है। पूर्व में जहां 1.34 करोड़ छात्र परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे थे, वहीं वर्तमान राज्य सरकार के सकारात्मक प्रयासों से इसमें 50 लाख छात्रों की वृद्धि हुई है। इसमें ‘स्कूल चलो अभियान’ ने बड़ी भूमिका निभाई है। राज्य सरकार भर्ती के माध्यम से शिक्षकों की कमी को भी पूरा करने के अथक प्रयास कर रही है। राज्य सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा को मजबूत करने के लिए अवस्थापना सुविधाओं को उच्चीकृत किया गया है। प्रदेश के 1.59 लाख परिषदीय विद्यालयों में 18 मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण हेतु वर्ष 2018 से आॅपरेशन कायाकल्प अभियान संचालित है। राज्य सरकार अपने संसाधनों से छात्र-छात्राओं को दो जोड़ी यूनीफाॅर्म, स्वेटर, जूता, मोजा इत्यादि भी उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से आज प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद परिषदीय विद्यालयों की तस्वीर बदल गई है। इन स्कूलों में आज यूनीफाॅर्म पहने हुए बच्चे दिखाई देते हैं। इन स्कूलों में शौचालय, स्वच्छ पेयजल, फर्नीचर इत्यादि की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन्हें विद्युतीकृत भी किया गया है। लाईब्रेरी की भी स्थापना की गई है। अगले 100 दिनों में सभी परिषदीय विद्यालयों में पाइप पेयजल उपलब्ध करा दिया जाएगा। तकनीकी के विस्तार से आज शिक्षा का स्वरूप बदल रहा है। आॅनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों से अपेक्षा की कि वे टेकसैवी होने के नाते इसका प्रभावी इस्तेमाल करेंगे और छात्रों को आवश्यकतानुसार आॅनलाइन शिक्षा की सुविधा भी उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने दूरदर्शन के शैक्षणिक कार्यक्रमों से छात्र-छात्राओं को जोड़ने की अपेक्षा की। कोरोना काल में राज्य सरकार द्वारा टेक्नोलाॅजी का इस्तेमाल कर वंचितों को डी0बी0टी0 कर सहायता पहुंचायी गई। साथ ही, शिक्षक प्रशिक्षण आॅनलाइन की व्यवस्था की गई है। आज उन्हें सभी जानकारियां आॅनलाइन उपलब्ध हैं। 
योगी ने कहा कि अभी कोरोना का संकट टला नहीं है, ऐसे में शिक्षकगण परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को इसके सम्बन्ध में जागरूक करें। इससे कोरोना की चेन को तोड़ने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा जनपद लखनऊ हेतु चयनित पांच सहायक अध्यापकों मंजुला त्रिपाठी, तनुजा सिंह, प्रिंस पटेल, कुणाल गौतम तथा कविता कुमारी गोंड को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जनप्रतिनिधिगण के कर कमलों से वितरित किए जाएंगे।


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