योगी सरकार ने युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार देने के लिए बनाया रोडमैप
लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकारी महकमों में भर्तियों का नया रिकाॅर्ड बना रहे हैं। मार्च 2017 से अब तक उनके साढ़े तीन साल के कार्यकाल में तीन लाख से अधिक पदों पर भर्तियां हो चुकी हैं। करीब 85 हजार से अधिक पदों पर अगले कुछ महीनों में नियुक्तियां होनी हैं। शुरू से उनका जोर युवा कल्याण और रोजगार पर रहा है।
सूबे के सबसे अहम उ0प्र0 लोक सेवा आयोग भर्ती में अब समय पर परीक्षा और परिणाम जारी हो रहे हैं। कोरोना काल खण्ड में गाइडलाइन का पालन कराते हुए आयोग ने लिखित परीक्षा और साक्षात्कार कराने के साथ ही परिणाम घोषित करने का सिलसिला जारी रखा है।
योगी सरकार ने युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार देने के लिए बनाया रोडमैप। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में दिनांक 8 जुलाई को कैबिनेट मीटिंग में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन की संभावनाओं को दिशा दी है। इसमें नई स्टार्टअप नीति-2020 को मंजूरी मिली। पिछले साढ़े तीन वर्षों में 2850 से अधिक स्टार्टअप इकाइंया पंजीकृत हुई हैं। इनके वित्तपोषण के लिये सिडबी के साथ रू0 1,000 करोड़ से अधिक के स्टार्टअप फंड और ‘यू0पी0 एन्जेल नेटवर्क‘ की स्थापना की गई है। इन्क्यूबेटर्स और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिये एक समर्पित ऑनलाइन पोर्टल आरम्भ किया गया है। देश के सबसे बड़े इन्क्यूबेटर की स्थापना लखनऊ में की जायेगी। वहीं कृषि, चिकित्सा-स्वास्थ्य, ऊर्जा, खादी, शिक्षा, पर्यटन, परिवहन क्षेत्रों में स्टार्टअप संस्कृति को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से सुदृढ़ स्टार्टअप ईकोसिस्टम बनाने पर बल दिया है। ‘राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग‘ में 3 शीर्ष राज्यों में यूपी ने स्थान बनाया है।
प्रदेश सरकार की स्टार्टअप नीति युवाओं को ‘रोजगार आकांक्षी‘ के बजाय ‘रोजगार प्रदाता‘ के तौर पर ढालने में सहायक होगी। इससे 50,000 से अधिक युवाओं को प्रत्यक्ष और 01 लाख से अधिक को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री जी ने कैबिनेट द्वारा शहरी क्षेत्र में 10 हजार की आबादी पर दो और हर ग्राम पंचायतों में जनसेवा केन्द्र खोले जाने का निर्णय लिया है। इन केन्द्रों के जरिये 2 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलगा।