अव्यवस्थित दिनचर्या का अर्थ है तनाव भरी रात्रि


अव्यवस्थित दिनचर्या का अर्थ है तनाव भरी रात्रि। एक व्यवस्थित दिनचर्या के अभाव में गहरी निद्रा का आनंद ले पाना संभव नहीं है। प्रसन्नता राज से नहीं व्यवस्थित कार्य से मिला करती है।


अपने कार्य को समय पर करना सीखो और दूसरों के ऊपर मत छोड़ो। आज के समय में आदमी जिस प्रकार अशांत, परेशान और हैरान है, उसका कारण वह स्वयं ही है।


कार्य को समय पर ना करना और स्वयं ना करना यह आज तनाव और अशांति का प्रमुख कारण है। इसी वजह से आदमी का दिन का चैन और रात का चैन चला गया। आपका उठना, बैठना, खाना, पीना, कार्य करना सब समय पर हो और सही तरीके से हो तो सफलता भी मिलेगी और विश्राम भी मिलेगा।


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