भारतीय नौसेना अंडमान सागर में अभ्यास सिम्बेक्स-20 की मेजबानी करेगा
भारतीय नौसेना और रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी (आरएसएन) के बीच 1994 से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले अभ्यास, सिम्बेक्स श्रृंखला का उद्देश्य आपसी अंतर-संचालन को बढ़ाना और एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं को सीखना है। पिछले दो दशकों में इन अभ्यासों का दायरा और जटिलता लगातार बढ़ी है, जिसमें समुद्री संचालन के व्यापक कार्य – क्षेत्र को कवर करने वाले उन्नत नौसेना अभ्यास भी शामिल हैं।
सिम्बेक्स-2020 में चेतक हेलीकॉप्टर के साथ विध्वंसक राणा और स्वदेश निर्मित कोरवेट कामोर्टा व करमुक समेत भारतीय नौसेना के जहाज शामिल होंगे। इसके अलावा, भारतीय नौसेना की पनडुब्बी सिंधुराज और समुद्री टोही विमान पी8आई भी इस अभ्यास में भाग लेंगे। ‘फोर्मीडेबल’ श्रेणी के फ्रिगेट्स इंट्रेपीड व स्टेडफ़ास्ट, एस70बी हेलीकॉप्टर तथा ‘एनडयोरैंस’ श्रेणी के लैंडिंग शिप टैंक इनडेवीऑर’ अभ्यास में आरएसएन का प्रतिनिधित्व करेंगे।
कोविड-19 महामारी को देखते हुए 'संपर्क नहीं, केवल समुद्र में' के रूप में आयोजित किया जा रहा यह अभ्यास दो मित्र नौसेनाओं और समुद्री पड़ोसियों के बीच समुद्री डोमेन में आपसी विश्वास, तालमेल और सहयोग के उच्च स्तर को रेखांकित करता है। सिम्बेक्स -20 में दो मित्र नौसेनाएं समुद्र में तीन दिनों के गहन संयुक्त अभियान में वेपन फायरिंग सहित उन्नत एंटी-एयर वॉरफेयर और एंटी-सबमरीन वॉरफेयर अभ्यास में भाग लेंगी।
अभ्यास की सिम्बेक्स श्रृंखला, भारत और सिंगापुर के बीच विचारों के समन्वय और एकरूपता के उच्च स्तर को दर्शाती है। दोनों देश समग्र समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने और एक नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं।