कोविड से पीड़ित मरीजों को अस्पतालों द्वारा भर्ती न किये जाने पर सरकार करे सख्त कार्यवाही- डा0 उमा शंकर पाण्डेय


लखनऊ। कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बेतहाशा हो रही असमय दुःखद मौतों को रोकने के लिए सरकार द्वारा घोषित किये गये कोविड अस्पतालों में आरटीपीसीआर जांच में पाजिटिव अथवा निगेटिव पाये गये किन्तु कोरोना लक्षण के गंभीर मरीजों को अनिवार्य रूप से भर्ती कर इलाज सुनिश्चित किया जाय। भर्ती न करने पर सम्बन्धित अस्पतालों के नोडल अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जाए।

तमाम कोविड अस्पताल कोरोना के लक्षणों से युक्त मरीजों का इलाज आरटीपीसीआर निगेटिव होने के नाम पर अथवा आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट न होने के आधार पर भर्ती नहीं कर रहे हैं जबकि मरीज गंभीर कोरोना लक्षणों से ग्रस्त रहता है और फेफड़े के पांचों लोब संक्रमित हो चुके होते हैं। एसपीओटू 90 के नीचे चला जाता है, पल्स रेट 120 के ऊपर रहता है। ऐसे क्रिटिकल मरीज को भी इलाज उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है जिससे मौत की संख्या लगातार बढ़ रही है और लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी आदि शहरों में स्थिति भयावह हो गयी है।

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डाॅ0 उमा शंकर पाण्डेय ने आज जारी बयान में कहा कि कोविड से पीड़ित मरीजों को कोविड अस्पतालों द्वारा भर्ती न किये जाने पर सरकार सख्त कार्यवाही करे। आक्सीजन सिलेण्डर आपूर्ति सुनिश्चित कराने की व्यवस्था अन्य विभाग को सौंपा जाए और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए, ऐसा न करने वालों पर सरकार सख्त कार्यवाही करे। आक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी कमी के चलते कालाबाजारी बड़े पैमाने पर हो रही है और इनके वास्तविक मूल्य से कई गुना ज्यादा कीमत वसूली जा रही है जिसे तत्काल रोका जाए और कालाबाजारियों पर कठोरतम कार्यवाही करके तत्काल जेल भेजा जाए।

प्रवक्ता ने कहा कि नाॅन कोविड अस्पतालों द्वारा गंभीर रूप से फेफड़े, गुर्दा, कैंसर, लिवर आदि के मरीजों के इलाज में लापरवाही न बरतने के निर्देश दिये जाएं। जिससे गंभीर रोगियों का इलाज बाधित न हो। उन्हें आवश्यकतानुसार त्वरित इलाज पहुंचाकर उनकी जान बचाई जा सके। ऐसे गंभीर मरीजों की भर्ती न लेने पर नाॅन कोविड अस्पतालों पर भी सरकार सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करे। उन्होने कहा कि सरकार की वर्तमान व्यवस्थाएं कुप्रबन्धन की भेंट चढ़ चुकी हैं। संक्रमण की भयावहता व विकरालता से मुंह मोड़कर आंकड़ेबाजी के खेल से संक्रमण को समाप्त नहीं किया जा सकता है उसके लिए पर्याप्त जांच और उचित व्यवस्थाएं करके ही इस संक्रमण से नागरिकों के जीवन को बचाया जा सकता है।

डाॅ0 उमा शंकर पाण्डेय ने कहा कि होम आइसोलेशन के मरीजों को कोविड किट सरकार उपलब्ध कराये, जिसमें पल्स मीटर, आक्सी मीटर, कोविड की जरूरी दवाएं एवं आवश्यकता पड़ने पर आक्सीजन सिलेंडर भी सरकार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे।

Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें