प्रदेश में आज से 20 अप्रैल तक किया जा रहा है 'अग्नि सुरक्षा सप्ताह' का आयोजन


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के निर्देश पर प्रदेश में अग्निकाण्ड से होने वाली दुर्घटनाओं में जन-धन की हाॅनि में कमी लाने की दिशा में गम्भीरता पूर्वक प्रयास किये गये है। अग्निशमन सेवा द्वारा प्रदेश की विकसित सम्पदा एवं अर्थव्यस्था को सुदृढ़ बनाये रखने में उल्लेखनीय योगदान दिया गया है

अपर मुख्य सचिव, गृह, अवनीश कुमार अवस्थी ने उक्त जानकारी देते हुए आज यहां यह बताया कि प्रदेश मे आज से 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष भारत सरकार द्वारा अग्नि सुरक्षा सप्ताह का संकल्प "Maintenance of Fire Safety Equipment is key to Mitigate Fire Hazards" (अग्नि सुरक्षा उपकरणों का रख रखाव आग के खतरों को कम करने के लिये महत्वपूर्ण है।) अग्नि सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों को अग्नि काण्डों के त्वरित नियंत्रण की जानकारी तथा अग्निकाण्ड से होने वाली क्षति के प्रति जागरूक करना व अग्निकाण्डों को रोकने तथा आग से बचावों के उपायों के सम्बन्ध में प्रशिक्षित करना है।

अवस्थी ने बताया कि वर्ष 2020-21 मे अग्निशमन विभाग को 38 वाटर टेंडर, 35 जीप टोंइग वेहिकल एवं 5 करोड़ के उपकरण विभिन्न जनपदोे को आंवटित किये गये है। प्रदेश में वर्ष 2020 मे अग्निशमन सेवा कर्मियो द्वारा कुल 20776 अग्नि दुर्घटनाओं व जीव रक्षा पुकारों पर कार्यवाही की गयी जिसमें 1513 मनुष्यों व 4270 पशुओं की जीवन रक्षा करते हुए लगभग 4 अरब 51 करोड़ रूपये की सम्पत्ति को क्षति से बचाया गया। साथ ही प्रदेश के जनपदों में 353 माक ड्रिल आयोजित की गयी, 47801 व्यक्तियों को जागरूकता अभियान के दौरान जागरूक किया गया एवं 20,110 व्यक्तियों को अग्निसुरक्षा के बारे में प्रशिक्षित भी किया गया।

उल्लेखनीय है कि वीरगति को प्राप्त हुए अग्निशमन कर्मियों की पावन स्मृति में प्रत्येेक वर्ष देश भर में अग्निशमन सेवाओं द्वारा अग्निशमन सेवा शहीद स्मृति दिवस का आयोजन 14 अप्रैल को तथा 14 से 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है। वर्तमान में प्रदेश के 75 जनपदों में कुल 350 फायर स्टेशन स्वीकृत है, जिनमें से 255 फायर स्टेशन क्रियाशील है एवं नवसृजित 17 फायर स्टेशनों को क्रियाशील कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है। उ0प्र0 अग्निशमन सेवा द्वारा आॅन लाइन एनओसी पोर्टल बनने के बाद से इसके माध्यम से अबतक कुल प्राप्त 31,361 प्रार्थना पत्रों में से 21,370 को परीक्षोणपरान्त अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया गया हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रो में पहली मार्च से 30 जून तक तथा शीतकाल में माह अक्टूबर से जनवरी तक जनपदों के तहसील मुख्यालयों में सीजनल फायर स्टेशन प्रति वर्ष स्थापित किये जाते है।

अग्निशमन सेवा सप्ताह के अन्तर्गत 15 अप्रैल को जनपदीय मुख्यालय व तहसील स्तर पर विद्यमान फायर स्टेशनों के सहयोग से फायर रैली निकालकर जनता को जागरूक किया जायेगा। 15 अप्रैल को जनपदीय मुख्यालय व तहसील स्तर पर विद्यमान फायर स्टेशनों के सहयोग से शिक्षा संस्थानों में अग्नि सुरक्षा से सम्बन्धित निबन्ध, चित्रकला एवं व्याख्यान का आयोजन कराया जायेगा। 16 से 19 अप्रैल तक जनपदीय मुख्यालय व तहसील स्तर पर बहुखड्डीय भवनों, व्यावसायिक प्रतिष्ठाानों, सभागारों का निरीक्षण, अग्निसुरक्षा से सम्बन्धित जनजागरण, माकड्रिल आदि का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। 20 अप्रैल को ग्रामीण अंचलो में अग्नि सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।

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