यूपी की जनता की जान से खिलवाड़ कर रही योगी सरकार- संजय सिंह
लखनऊ। कोरोना के कारण हालात लगातार भयावह होते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में 15500 नए मामले सामने आए। इसमें 4444 मामले राजधानी के हैं। एक ओर स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, तो दूसरी ओर योगी सरकार यूपी के लोगों की जान से खिलवाड़ करने में जुटी है।
कोरोना पर नियंत्रण के नाम पर सरकार फर्जी जांचें कराकर मरीजों की संख्या कम दिखाने की कोशिश में जुटी है। महामारी के दौरान सरकार का यह काम आपराधिक कृत्य है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। इस मामले में राज्यपाल को हस्तक्षेप करके पूरे प्रकरण की रिपोर्ट केंद्र को भेजनी चाहिए। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में ये बातें कहीं। आप के प्रदेश प्रभारी फर्जी जांच रिपोर्ट को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर बरसे। उन्होंने एक ही मोबाइल नंबर पर 7343 जांचें होने का मामला उठाया।
अमित मिश्र, कपिल आदि की शिकायतों का जिक्र करते हुए कोरोना के नाम पर हो रही फर्जी जांचों के प्रमाण दिए। कहा कि सरकार अस्पतालों में दो हजार बेड बढ़ाने का दावा कर रही है, जबकि अस्पतालों के बाहर मरीजों की लाइन लगी हुई है। आईएएस एसोसिएशन के पदाधिकारी दीपक त्रिवेदी को भर्ती होने के लिए आठ घंटे इंतजार करना पड़ा। आम आदमी को तीन से चार दिन इंतजार के बाद बेड नहीं मिल पा रहे हैं। सरकार फर्जी जांच और झूठे दावे करके लोगों को महामारी के इस दौर में गुमराह करने में जुटी हुई है। अस्पतालों में जांच के लिए लाइन लग रही है। जांच कराने पहुंचे लोगों की जांच नहीं हो पा रही, उल्टे वो वहां से संक्रमित होकर लौट रहे हैं। जांच और भर्ती के लिए ही कतारें नहीं हैं, अगर कोई अपना बीमारी से दम तोड़ गया तो श्मशान में भी कतार लगानी पड़ रही है।
पिछले तीन चार दिन से यह मामला मीडिया की सुर्खियों में आया तो सोमवार को सरकार की ओर से लखनऊ के भैंसा कुंड श्मशान घाट पर 80 नए प्लेटफार्म बनाए गए हैं। संजय सिंह ने राजधानी के हालात का अहसास कराने के लिए लखनऊ के डीएम का बयान सुनाया कि लोग अब सड़कों पर मर रहे हैं। संजय सिंह ने कोराेना को लेकर व्याप्त लापरवाही पर योगी से सवाल किया कि वो स्पष्ट करें कि आखिर उनकी प्राथमिकता क्या है। कहा, जब प्रदेश में संक्रमण फिर से बढ़ रहा था तो योगी आदित्यनाथ फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार कराने और दूसरे प्रदेशों में चुनावी रैलियां करने में व्यस्त थे।
उन्होंने कोविड-19 के कारण लगातार भयावह होते जा रहे हैं हालात पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाई। संजय सिंह बोले की जनता ने उन्हें 325 सीटें देकर इसलिए मुख्यमंत्री नहीं बनाया कि महामारी के दौरान इस तरह से लोगों को मरने के लिए छोड़ दें। उन्होंने राज्यपाल से महामारी के कारण प्रदेश के हालात पर केंद्र को रिपोर्ट भेजनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी योगी सरकार की इस आपराधिक लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।