छात्रों के लिए कई बड़े फैसलों पर लगी मुहर, एकेटीयू में हिंदी में होगी बीटेक की पढ़ाई
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्नीकल यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने
बड़ा फैसला लिया है। अब यूनिवर्सिटी में बीटेक कंप्यूटर साइंस एवं
इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम हिंदी भाषा में शुरू करने को हरी झंडी मिल गई है।
इसके अलावा भी बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। बुधवार को कुलपति प्रो
विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में विवि की विद्या परिषद की 64वीं बैठक
ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गयी।
बैठक
में नई शिक्षा नीति के क्रम में बीटेक कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग
पाठ्यक्रम हिंदी भाषा में शुरू करने को मंजूरी प्रदान की गयी। साथ ही सेंटर
फॉर एडवांस स्टडीज में संचालित पीएचडी विद्यार्थियों को विवि की होमी भाभा
टिचिंग फेलोशिप का लाभ प्रदान किये जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में
विवि के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के विद्यार्थियों को इंटर्नशिप में होने
वाले व्यय को वापस किये जाने पर भी सहमति बनी है। एकेटीयू,
लखनऊ के मीडिया प्रभारी आशीष मिश्र ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने
बताया कि आज कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में विवि की विद्या
परिषद की 64वीं बैठक ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गयी। साथ ही यूनिवर्सिटी
के घटक संस्थान आईईटी, लखनऊ में आगामी सत्र से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं
डाटा साइंस में एमटेक पाठ्यक्रम शुरू करने पर को अनुमति दी गई।
आईईटी में
नयी शिक्षा नीति के क्रम में बीटेक पाठ्यक्रम में दो नान क्रेडिट शोध
आधारित कोर्स संचालित किये जाएंगे। इन कोर्सेज में प्रेक्टिसेज एंड एथिकल
इश्यूज इन रिसर्च एवं शोध प्राविधिक शामिल हैं। इसके
साथ ही साथ विवि द्वारा नई शिक्षा नीति के पालन के क्रम में इमर्जिंग
क्षेत्रों में पांच नयी ब्रांचों में पाठ्यक्रम संचालन को अनुमति प्रदान की
गई है। इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस, आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, कंप्यूटर साइंस एंड डिजाईन, ऑटोमेशन एंड
रोबोटिक्स तथा एमबीए इन्नोवेशन इंटरप्रन्योरशिप एंड वेंचर डेवलपमेंट शामिल
हैं। बैठक में आईआईटी रुड़की के प्रो सुनील बाजपेई, विवि के कुलसचिव नन्द
लाल सिंह, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो राजीव कुमार
सहित अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया।