कोविड-19 प्रबंधन हेतु टीम-09 को मुख्यमंत्री ने जारी किये दिशा-निर्देश
लखनऊ। समन्वित, समेकित और नियोजित प्रयासों से प्रदेश में कोरोना
महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में
हर दिन ढाई लाख से तीन लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01
फीसदी तक आ गई है। अब तक 06 करोड़ 55 लाख 02 हजार 631 कोविड सैम्पल की जांच
की जा चुकी है।
जनपद अलीगढ़, अमरोहा, एटा, हाथरस, कासगंज, कौशाम्बी, महोबा,
मुरादाबाद और श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद
आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस,
टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। विगत दिवस किसी भी जिले में दोहरे अंक में नए केस की पुष्टि नहीं हुई। 55
जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 20 जनपदों में
इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की
संख्या 712 है। यह स्थिति बताती है कि प्रदेश में हर नए दिन के साथ कोविड
महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही है।
ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे
हैं। विगत 24 घंटे में 02 लाख 51 हजार 265 कोविड सैम्पल की जांच की गई और
32 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जबकि 48 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। इस
अवधि में पॉजिटिविटी दर 0.01% रही। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6%
है। 452 लोग घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। अब तक 16 लाख 84 हजार 973 से
अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। कोविड की तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरी की
जाए। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से पीकू/नीकू की स्थापना की
कार्यवाही तेज हो। अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक
आईसीयू/आइसोलेशन बेड की संख्या 6572 से अधिक हो गई है। सभी ज़िलों में इस
कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसकी दैनिक समीक्षा की जानी
चाहिए।
प्रदेश में कोविड
टीकाकरण का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। विगत दिवस 08 लाख 21 हजार 468
लोगों ने टीका-कवर प्राप्त किया। अब तक उत्तर प्रदेश में 04 करोड़ 76 लाख 22
हजार से अधिक कोविड वैक्सीन लगाए जा चुके हैं। 04 करोड़ लोगों ने कम से कम
कोविड की एक खुराक ले ली है। यह किसी एक राज्य द्वारा किया गया सर्वाधिक
वैक्सीनेशन है। कोविड वैक्सीनेशन को और तेज करने की आवश्यकता है, इसके
दृष्टिगत भारत सरकार से सतत समन्वय बनाए रखा जाए। मरीजों की जरूरत पर तुरंत एम्बुलेंस की उपलब्धता होनी चाहिए। इसमें
लापरवाही हुई तो सेवा प्रदाता के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई होगी। किसी भी
दशा में मरीज अथवा उनके परिजन का उत्पीड़न न हो। जिलाधिकारीगण अपने जिलों
में एम्बुलेंस संचालन की व्यवस्था पर सतत नजर बनाए रखें।
आदरणीय प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश को अतिशीघ्र पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
का उपहार मिलने जा रहा है। इसी प्रकार, गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए अब तक
6,572 हेक्टेयर (90 फीसदी से अधिक) भूमि क्रय कर ली गई है। इसके एवज में
₹6,189 करोड़ का भुगतान किया गया है। इतना भुगतान स्वयं में एक रिकॉर्ड है।
भूमि अधिग्रहण की यह प्रक्रिया निर्विवाद ढंग से संपन्न हुई है। इस
महत्वपूर्ण परियोजना के लिए भूमि उपलब्ध कराने में स्थानीय किसानों और
प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका सराहनीय रही है। इसके अवशेष कार्यों को
तेजी से पूरा किया जाए। वरिष्ठ नागरिकों को त्वरित सहायता के लिए संचालित हेल्पलाइन नम्बर 14567
सेवा को और बेहतर किये जाने की जरूरत है। सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से भी
बुजुर्गों से सतत संवाद बनाया जाए। कैंसर की समस्या से ग्रस्त अथवा
डायलिसिस कराने वाले मरीजों के इलाज में कतई देरी न हो।
प्रदेश के सभी गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्था सुचारु रखी जाए। हरा
चारा-भूसा आदि के समुचित प्रबंध हों। यदि दुर्व्यवस्थाओं के कारण गोवंश की
मृत्यु हुई तो संबंधित अधिकारी/कर्मचारी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय
है। बेसिक, माध्यमिक,
उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में जिन छात्रों को अगली
कक्षा में प्रोन्नत किया जाना है, इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाए।
कोरोना की स्थिति को देखते को नवीन सत्र को प्रारंभ करने के संबंध में
कार्ययोजना तैयार की जाए।