लखनऊ के काकोरी से अलकायदा के दो आतंकी गिरफ्तार, सीरियल ब्लास्ट की थी साजिश
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के काकोरी इलाके से अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा गया है। एक संदिग्ध आतंकी को मंडियाव से हिरासत में लिया गया है।गिरफ्तार अलकायदा के आतंकियों के पास से प्रेशर कुकर और टाइम बम बरामद किया गया है।
एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि आतंकी कई दिनों से रडार पर थे।इनकी साजिश सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने की थी। भीड़-भाड़ वाले बाजार इनके निशाने पर थे।गिरफ्तार आतंकियों के हैंडलर का नाम उमर अल मंदी है। इसमें से एक आतंकी पर कश्मीर हमले में शामिल होने का आरोप है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर ऑपरेशन चलाया गया। एटीएस के जवानों ने अभी भी काकोरी इलाके के एक घर को घेरा हुआ है। आसपास के घरों को खाली करा दिया गया।डॉग स्क्वॉयड और बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया।एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों के निशाने पर बीजेपी के बड़े नेता थे। काकोरी इलाके में जिस जगह से घर है, उसी के बास ही बीजेपी के सांसद कौशल किशोर का भी आवास है, जिन्हें हाल ही में केंद्र में मंत्री बनाया गया है।
बता दें कि इससे पहले काकोरी के हाजी कॉलोनी में सैफुद्दीन सैफी को पुलिस ने मार गिराया था।मार्च 2017 में करीब 12 घंटे तक ऑपरेशन चला था। पकड़े गए एक संदिग्ध का नाम शाहिद है। वह मलिहाबाद का रहने वाला बताया जा रहा है। जिस मकान पर छापा पड़ा वह शाहिद का ही है, यहां वह परिवार के साथ रहता है और मोटर गैराज का काम करता है। इन संदिग्धों का कश्मीर कनेक्शन भी सामने आया है जिसकी पड़ताल की जा रही है। यूपी एसटीएस के मुताबिक नेटवर्क में काफी लोग जुड़े हैं। शाहिद, रियाज और सिराज के घर पर यूपी ATS ने छापेमारी की है। पड़ोसी आलम के मुताबिक 12 सालों से इनका परिवार यहां रह रहा है। रियाज और सिराज सरकारी नौकरी से रिटायर हैं और शाहिद गैराज चलाता है। 9 साल पहले शाहिद नौकरी के लिए दुबई भी गया था बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी से पहले इन आतंकियों ने कुछ जलाया भी था। एटीएस से जम्मू कश्मीर के पुलिस अफसर भी संपर्क में हैं।