मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारीयों को किया निर्देशित, साफ-सफाई का करते रहे नियमित रूप से निरीक्षण
लखनऊ। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री के 3टी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान के नियोजित प्रयास से प्रदेश में कोरोना संक्रमण काफी कम हो गया है। अन्य प्रदेशों में कोविड के केस बढ़ रहे है। उन्होंने बताया कि 3टी के कारण ही 30 अप्रैल, 2021 के एक्टिव मामले 3,10,783 से घटकर मात्र 184 हो गये है तथा 30 अप्रैल के प्रतिदिन कोविड केस 38 हजार से घटकर 14 हो गये है। लगभग 80,000 गांवों में 72000 से अधिक टीमें गयी हैं।
सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.24 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है। लक्षणयुक्त व्यक्तियों का टेस्ट कराकर संक्रमण होने पर लगभग 16 लाख से अधिक निःशुल्क मेडिकल किट भी बांटी गयी है।सहगल ने बताया कि प्रदेश में सक्रिय मामले कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्ट करने की संख्या घटाई नहीं जा रही हैं। कोविड संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए समय से पहचान व इलाज जरूरी है। कल एक दिन में 2,17,869 कोविड टेस्ट किये गये है, अब तक 7,47,13,276 कोविड टेस्ट किये गये है जो कि देश में सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में पहली डोज 7,20,68,749 तथा दूसरी डोज 1,41,69,133 तथा कुल 8,62,37,882 डोजें लगायी गयी हैं, जोकि देश में सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि भविष्य में कोविड-19 से बचाव हेतु प्रदेश सरकार द्वारा आवश्यक तैयारियॉ की जा रही हैं, प्रदेश में लगभग 7000 पीकू/नीकू बेड तैयार कर लिये गये हैं।
स्वीकृत 555 आक्सीजन प्लान्ट के सापेक्ष अब तक 400 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। 20 हजार से अधिक डाक्टर एवं नर्सेज को प्रशिक्षण दिया गया है। इन आक्सीजन प्लान्ट को संचालित करने हेतु पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए सभी लोग कोविड प्रोटोकाल का पालन अवश्य करें।सहगल ने बताया कि बरसात के मौसम को देखते हुए डेंगू, मलेरिया व अन्य वायरल बीमारियों से बचाव एवं जागरूकता हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत घर-घर जाकर लोगों से लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि डेंगू से सम्बन्धित लक्षणों की जांच एवं इलाज सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारीयों को निर्देशित किया है कि साफ-सफाई का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहे।