बच्चे तो बच्चे होते है


एक छोटे से बच्चे को बर्थ डे (जन्मदिन) क्या होता है पता नहीं फिर भी उन्हें बर्थ डे का बड़ा बेसब्री से इंतज़ार होता है।ऐसे ही एक बच्चे को देखकर अपना बचपना याद आ गया ये कहानी है प्रियांशी नाम की बच्ची का । आज सुबह से ही लोग उसे बर्थ डे की बधाई दे रहे थे वह बच्ची सबको जवाब में धन्यवाद भी कह रही थी ,लेकिन इंतज़ार उसको उस वक्त का था जब वो केक काटेगी।उसका बड़ा भाई बार-बार चिढ़ा रहा था मैं तुम्हारा बर्थ डे ले लूँगा बस इतना सुनते ही वो नन्ही सी परी रो पड़ती थी। बच्चे कितने भोले,अंजान और बेपरवाह होते हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है।उस बच्ची को पता नही किसी का बर्थडे नही लिया जाता है उसको तो बस इतना पता है कि उसका बर्थडे है आज उसे केक काटने को मिलेगा और बड़ों से उपहार मिलेगा और वह उपहार कपड़े,खिलौने आदि रूप में होंगे,अगर बड़े भाई ने उसका बर्थ डे ले लिया तो फिर उसे उपहार नही मिलेगा बस यही चिंता उसको सताई जा रही थी।खैर वो पल भी आ गया जब केक काटने का समय है बच्ची अपने भाई को केक के आसपास भी भटकने नही दे रही थी क्योंकि उसको डर था कि कहीं उसका बर्थ डे उसका भाई ना ले ले।


केक कटने के बाद बच्ची निश्चिंत हो गयी क्योंकि अब खतरा टल चुका था | जो भी उपहार मिलना था वो भी मिल चुका था,अब बच्ची अपने उपहार के संग खेलने में मस्त थी अब उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था अपने भाई के शब्दों और धमकियों से | शायद इसलिए कहते हैं बच्चे तो बच्चे होते है ।


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