बजट को लेकर राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच ने जताया असंतोष
भारत सरकार द्वारा प्रस्तुत किये गए बजट को लेकर राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर सिंह ने निराशा व्यक्त किया | उन्होंने ' खबरों का आंकलन से एक विशेष बातचीत में बजट को बेरोजगार- नौजवान विरोधी बताया।श्री शेखर ने कहा कि मौजूदा बजट से किसानों ,नौजवानों, खेतिहर मजदूरों से कोई सरोकार नहीं है।देश मे उपभोक्ता सामानों की क्रय शक्ति में कमी आई है जिससे अर्थव्यवस्था मंदी की तरफ बढ़ रहा है।सरकारी मशीनरी पर होने वाले खर्च का लाभ जनता को नहीं मिल रहा बल्कि सरकारी मशीनरी जनता पर बोझ व उत्पीड़न का यंत्र बन कर रह गयी है |
श्री सिंह ने कहा कि सरकार सस्ती शिक्षा के बजाय शिक्षा में विदेशी निवेश कर गरीबों के बजाय अमीरों की ज्यादा चिंता कर रही है।सरकार सस्ती शिक्षा और सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा न देकर देश को निजीकरण की ओर धकेल रही है । सरकार को पूँजीपतियों के बजाय युवा,किसान,बेरोजगारों पर आधारित नीति पर ध्यान देना चाहिए । स्वदेशी अपनाओ,विदेशी भगाओ की नारा देने वाली वर्तमान सरकार आज पूरी तरह विदेशी रंग में रंगी हुई नज़र आ रही है इससे पूंजीपतियों के प्राइवेट स्कूलों और अस्पतालों को ही फायदा मिलेगा । यह बजट आम आदमी पर बोझ है। सरकार का असली चेहरा सामने आ गया ।इससे "मुँह में राम ,बगल में छुरी"वाली कहावत को चरितार्थ करता है।