देश का अहित बर्दाश्त नहीं - योगी 


जिस प्रकार लगभग सारा देश केंद्र में मोदी को बेहद जरूरी मानता है, उसी प्रकार उत्तर प्रदेश में योगी को अपरिहार्य माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट-सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तीन भाषणों में उनका जो सख्त, कर्मठ, दूरदर्शी, विकासप्रिय एवं समदर्शी व्यक्तित्व परिलक्षित हुआ, वह अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने विघटनकारी तत्वों की जमकर खबर लेते हुए कहा कि जो लोग लोकतंत्र की आड़ में कानून की धज्जियां उड़ाने एवं देश की अखण्डता को क्षति पहुंचाने में लगे हैं, उन्हें इसकी छूट नहीं दी जा सकती है। आगजनी करना, तोड़फोड़ करना और कानून को बंधक बनाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हरगिज नहीं मानी जा सकती है। सार्वजनिक सम्पत्ति को क्षति पहुंचाने वालों से नुकसान की वसूली की जाएगी।   


नागरिकता-संशोधन कानून को स्पष्ट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बार-बार बताया जा रहा है कि यह कानून किसी की नागरिकता छीनने वाला कानून नहीं है, बल्कि उन लोगों को नागरिकता प्रदान करने वाला कानून है, जो मुसलिम देशों में अल्पसंख्यक होने के कारण सताए गए और अत्याचारों के शिकार होकर किसी तरह भागकर भारत आए। वे लोग रोजी-रोटी कमाने की लालच में यहां नहीं आए, बल्कि उन देशों में अल्पसंख्यक होने के नाते उनका जो भयंकर उत्पीड़न हुआ, उसके परिणामस्वरूप भागकर यहां आए और शरण ली। योगी ने खुलासा किया कि यह नागरिकता- कानून मोदी सरकार ने नहीं बनाया, बल्कि कांग्रेस सरकार द्वारा बनाया गया था। मोदी सरकार ने उसमें सिर्फ इतना संशोधन किया है कि नागरिकता देने की समय-सीमा ग्यारह वर्ष से घटाकर पांच वर्ष कर दी है। अर्थात पाकिस्तान, बंगलादेश व अफगानिस्तान में वहां अल्पसंख्यक होने के नाते सताए गए जो हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन व ईसाई शरणार्थी भागकर भारत आए और यहां पांच वर्ष तक रह चुके हैं, उन्हें भारत की नागरिकता दे दी जाएगी। आश्चर्य है कि इस मानवीय कानून का खामख्वााह विरोध किया जा रहा है, जबकि उसके विरोध का कोई आधार ही नहीं है। 
          
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष अराजक तत्वों को संरक्षण देकर देश का माहौल बिगाड़ने का षड्यंत्र कर रहा है। वह पूरे देश में अराजकता फैलाकर विश्वभर में भारत को बदनाम करना चाहता है। लेकिन ऐसी हरकतें नहीं बर्दाश्त की जाएंगी। सार्वजनिक सम्पत्ति को क्षति कदापि नहीं पहुंचने दी जाएगी। जो लोग ऐसी अराजकता करेंगे, उनसे नुकसान की भरपाई की जाएगी। जो लोग तलवार लेकर आएंगे और मारकाट मचाएंगे, उनकी आरती नहीं उतारी जाएगी, बल्कि सबक सिखाया जाएगा। सभी को अपनी परम्पराओं के अनुसार पूरे उत्साह से अपने त्योहार मनाने की भरपूर छूट है, किन्तु यदि दूसरे के मामले में दखल देकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जाएगी तो दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।पिछली सरकारों के पक्षपातपूर्ण कृत्यों की चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहाकि उस समय थानों में मनाया जाने वाला जन्माष्टमी का परम्परागत पर्व बंद कर दिया गया था। सरकार को कांवड़िए शिवभक्तों से इतनी चिढ़ थी कि कांवड़-यात्रा में डीजे बजाने पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन वर्तमान भाजपा-सरकार ने हिंदुओं के साथ हो रहे अन्यायों को समाप्त कर दिया है। अब हरिद्वार से गाजियाबाद तक चार करोड़ श्रद्धालु कांवड़ लेकर निकलते हैं। इसी प्रकार प्रयागराज का कुम्भ महापर्व पूरे विश्व के आकर्षण का केंद्र बना और इतने अति विराट मेले के निर्विघ्न रूप से सम्पन्न होने पर दुनिया आष्चर्यचकित रह गई। प्रयागराज का विषाल वार्षिक माघ मेला भी पूरे उत्साह से सम्पन्न हुआ। इसी प्रकार अयोध्या में दीपोत्सव एवं मथुरा के रंगोत्सव ने भी कीर्तिमान बनाया।  


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अयोध्या में विश्व के सबसे बड़े मुसलिम देश इंडानेशिया से आए कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया और उसके बाद जब वे लखनऊ में मुख्यमंत्री-आवास पर मिलने आए तो पता लगा कि वे सभी कलाकार मुसलिम थे। पूछने पर उन्होंने स्पष्ट कहाकि उन लोगों ने अपनी उपासना-पद्धति बदली है, किन्तु इसका यह अर्थ नहीं कि उनके पूर्वज बदल गए। वे अपनी प्राचीन परम्पराओं का पूरा सम्मान करते हैं। योगी ने कहाकि हमारे यहां उलटी स्थिति है और यहां कुछ लोगों को राम के नाम से करंट लगता है। भारत में रहकर यहां का अन्न खाएं तथा राम से दुराव करें, यह ठीक नहीं है। हिंदुओं की उदारता का उदाहरण देते हुए योगी ने कहाकि केरल में पहली मसजिद हिंदू राजा ने बनवाई थी। अब सरकार ने अयोध्या में मसजिद के लिए पांच एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है। योगी ने स्पष्ट कहाकि सरकार की प्रतिबद्धता किसी जाति, मत अथवा मजहब के प्रति नहीं, बल्कि प्रदेश की 23 करोड़ जनता के प्रति है।   


 प्रदेश सरकार की तमाम नायाब उपलब्धियों को गिनाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंसेफेलाइटिस की भी चर्चा की और कहा कि कुशीनगर से सहारनपुर तक तराई क्षेत्र में 38 जनपद इस घातक बीमारी से ग्रस्त थे, लेकिन पिछली सरकारें हाथ पर हाथ धरे बैठी रहीं। इस बीमारी से मरने वालों में 90 प्रतिशत बच्चे दलित एवं मुसलिम समुदाय के थे। वर्तमान भाजपा सरकार ने इंसेफेलाइटिस पर काबू पाने के लिए कारगर अभियान शुरू किया, जिसके फलस्वरूप मौत के आंकड़ों में 21 प्रतिशत कमी हो गई है। निराश्रित गोवंश के लिए प्रदेश सरकार की नीति का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि गोआश्रय-स्थलों का निर्माण कर उनमें 4.50 लाख गोवंश को रखा गया है और वहां उनके लिए चारे की भी व्यवस्था की गई है। चारे के रूप में पराली लाने के लिए ‘मनरेगा’ से भुगतान की व्यवस्था की गई है। नस्ल-सुधार की भी व्यवस्था की गई है। योगी ने कहाकि पूर्व की सरकारों में गो-तस्करी की छूट देकर उन्हें कटवाया जाता था, जिसे अब रोक दिया गया है। 


पिछली सरकारों के भ्रष्टचारों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहाकि उन सरकारों ने युवाओं के साथ बहुत अन्याय किया। नौकरी के नाम पर जमकर वसूली की जाती थी। लेकिन वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पूरी पारदर्शिता से काम हो रहा है। अब तक पौने तीन लाख युवाओं को नौकरियां दी गई हैं तथा एक भी भरती पर उंगली नहीं उठाई जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहाकि सपा-सरकार ने बिजली-खरीद के अनुबंध में भी भ्रष्टाचार किया। गौतमबुद्धनगर(नोएडा) में तीस हजार करोड़ का घोटाला किया गया। वर्तमान सरकार पिछली सरकार की गंदगी को साफ करने में लगी हुई है।


श्याम कुमार 


वरिष्ठ पत्रकार 


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