गरीब असहाय कोई भी व्यक्ति जिले भर में भूखा न रहने पावे इसका रखा जाय ध्यान-जिलाधिकारी


श्रावस्ती । वर्तमान समय में पूरी दुनिया कोरोना जैसी महामारी की चपेट में है, इस बीमारी का आज तक कोई उपचार नहीं मिल पाया है केवल सोशल डिस्टेन्सिंग अपना कर स्वयं और अपने परिवार को इस बीमारी से सुरक्षा प्रदान की जा सकती है। इसके अलावा बहुत जरुरी होने पर यदि कोई भी जनमानस घर से एक भी कदम बाहर निकलते हैं तो मास्क का प्रयोग अवश्य करें ताकि स्वयं स्वस्थ रहकर परिवार को भी स्वस्थ रख सकें।


उक्त विचार व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी यशु रुस्तगी ने जनपद वासियों से अपील की है कि जन-जन के जीवन को सुरक्षित बनाने के लिए वे लाॅकडाउन का पालन अवश्य करें और घर के बाहर कदापि न निकलें। खुद सुरक्षित रहें और परिवार को भी सुरक्षित एवं स्वस्थ रखें। इससे निश्चित ही इस बीमारी से बचाव के लिए सुरक्षा मिलेगी और इससे निश्चित ही स्वस्थ समाज की परिकल्पना पूरी होगी। जिलाधिकारी ने बताया है कि जनपदवासियों को रोज मर्रा के सामग्रियों की पूर्ति के लिए जिले में रोस्टर के हिसाब से चयनित जनरल स्टोर की दुकानें खोली जा रही है। इसके अलावा 14 जनरल स्टोर की दुकानें ऐसी संचालित है जो 26 लोगों के माध्यम से घर-घर सामग्रियों की सप्लाई दे रहे है। इसके अलावा नगरीय क्षेत्र भिनगा और इकौना में 150 ठेला/हाथ गाड़ी से फलों एवं सब्जियों की सप्लाई करायी जा रही है। इसके साथ ही दुग्ध विभाग द्वारा 13 दुग्ध वाहनों के माध्यम से दूध की भी सप्लाई हो रही है।


जिलाधिकारी ने बताया है कि जनपद का कोई भी पात्र गरीब भूखा न रहने पावे इसके लिए सरकार आदेशानुसार जिले में श्रम विभाग से पंजीकृत अन्त्योदय, मनरेगा एवं घुमन्तु प्रकृति के 60789 लोगों को निःशुल्क खाद्यान मुहैया कराया गया। जिले के 3175 ऐसे व्यक्ति जिनके पास भरण पोशण की कोई सुविधा नहीं थी को डी0बी0टी0 के माध्यम से 1000 रुपया प्रति श्रमिक के हिसाब से उनके खाते में भेजी गयी।


जिलाधिकारी ने बताया है कि तीनों तहसीलों में संचालित सामुदायिक भोजनालय के माध्यम से गरीब असहाय एवं निराश्रित लोगों को भोजन कराया जा रहा है। जिले में खाद्यान से सम्बन्धित 31 शिकायतें प्राप्त हुयी थी जिनमें से 28 शिकायतों का निस्तारण तत्काल करा दिया गया है और अवशेष 03 शिकायतों के तत्काल निस्तारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया है।


जनपद में मेडिकल क्वारंटाइन में अब तक 253 लोगों को रखा गया जिनमें से 14 दिन अवधि पूरा करने के पश्चात् 224 लोगों को होम फालोअप हेतु भेजा गया। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 4269 व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है तथा नगरीय क्षेत्र में 1742 लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है। जिले में 14 क्वारंटाइन सेन्टर संचालित हैं जहां पर क्वारंटाइन में रखे जाने वाले व्यक्तियों के लिए भोजन, नाश्ता, पेयजल, सेनेटाइजर, मास्क एवं साबुन आदि की सभी रोजमर्रे की व्यवस्थाऐं उन्हें सुलभ करायी जा रही है।


जिलाधिकारी ने गुरुवार सायं काल को कलेक्ट्रेट सभागार में स्थापित सभी सुविधाओं से लैस आपदा प्रबन्धन कंट्रोल रुम का निरीक्षण किया तथा अब तक कंट्रोल रुम में आई समस्याओं एवं उनके निस्तारण का विवरण भी तलब किया। इस दौरान उन्होंने कंट्रोल रुम प्रभारी डिप्टी कलेक्टर जे0पी0 चैहान को निर्देश दिया कि कंट्रोल रुम में आयीं हर छोटी-बड़ी समस्याआं/शिकायतों को दर्ज किया जाय तथा उनका निस्तारण भी गुणवत्ता पूर्ण ढंग से किया जाय ताकि बार-बार अपनी समस्याओं को लेकर जनपद वासियों को फोन न करना पड़े। जिलाधिकारी के कंट्रोल रुम में निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी योगानन्द पाण्डेय एवं जिला आपदा सलाहकार गफ्फार हुमांयू भी उपस्थित रहे।


(श्रावस्ती से डा .एमoअहमद)


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