कोविड -19 के प्रकोप से बचाव के लिए कौशिल्या देवी ने श्री रामजानकी मन्दिर स्थित धर्मशाला,विद्यालय व परिसर के उपयोग के लिये किया आग्रह 


महाराजगंज / रायबरेली : महराजगंज स्थित श्री रामजानकी मन्दिर की स्वामिनी श्रीमती कौशिल्या देवी ने जिलाधिकारी रायबरेली श्रीमती शुभ्रा सक्सेना से यह आग्रह किया है कि मंदिर परिसर में स्थित धर्मशाला, विद्यालय व परिसर का उपयोग लोकहित में प्रशासन अपनी सुविधानुसार करे। उन्होंने  कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने हेतु प्रशासन को इस बात की सहर्ष अनुमति दी कि जिससे इसका उपयोग मानव समाज को बचाने में किया जाए. 


 बताते चले कि मानव कल्याण हेतु श्रीमती कौशिल्या देवी के पति स्वर्गीय  रामशंकर दयाल ने अपनी समस्त चल - अचल सम्पत्ति मन्दिर को दान कर दी थी। उसी परोपकार की भावना को दृष्टिगत रखते हुए मानव कल्याण हेतु श्रीमती कौशिल्या देवी ने मन्दिर परिसर का उपयोग करने हेतु सहर्ष निवेदन किया है।श्रीमती कौशिल्या देवी ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते दुष्प्रभाव  को रोकने हेतु जिलाधिकारी रायबरेली सहित पुलिस अधीक्षक रायबरेली , उप जिलाधिकारी महराजगंज , क्षेत्राधिकारी महराजगंज , प्रभारी निरीक्षक कोतवाली महराजगंज , रायबरेली जनपद एवं  महराजगंज तहसील के चिकित्सा विभाग , राजस्व विभाग, विद्युत विभाग सहित सभी सरकारी विभागों के अधिकारियों - कर्मचारियों और शासन - प्रशासन तथा जनता की अपेक्षाओं के मध्य सेतु का कार्य करने वाले       मीडियाकर्मियों के सामूहिक प्रयासों की सराहना करते हुए सभी के स्वास्थ्य तथा दीर्घ जीवन के लिए भगवान श्री राम व माता जानकी से प्रार्थना किया. मानव समाज जब आज अस्तित्व के संकट से जूझ रहा हैं , कोरोना वायरस द्वारा  फैलाई गई इस महामारी ने समस्त भौगोलिक दायरे को किनारे रखकर संपूर्ण संसार को अपने चपेटे में ले लिया हैं , आबादी का एक बड़ा हिस्सा बेचारगी का शिकार हो गया  हैं तब महाराजगंज में अपने पति श्रद्धेय रामशंकर दयाल जी के दिखाये गए रास्ते पर चलकर लोक कल्याण की भावना से प्रेरित होकर मंदिर स्थित परिसर को मानव मात्र के कल्याण हेतु प्रशासन को  उपयोग करने की अनुमति देने वाली  कौशिल्या देवी समाज में अन्य सक्षम व्यक्तियों  के लिए प्रेरणाश्रोत बन गई हैं.


... नैमिष प्रताप सिंह ...


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