मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश पुलिस की अग्निशमन इकाइयां सैनेटाइजेशन के कार्य में तत्परता से जुटी



 
















                                   
 लखनऊ ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने हेतु जनमानस को तात्कालिक एवं दूरगामी लाभ पहुंचाने के लिए प्रदेश पुलिस की अग्निशमन इकाइयां भी सभी जनपदों में सैनेटाइजेशन के कार्य में तत्परता से जुटी हुई है।


अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने पुलिस महानिदेशक, फायर सर्विस, आर0 के0 विश्वकर्मा से मिली जानकारी का विस्तृत ब्यौरा देते हुए आज यहां बताया कि पूरे प्रदेश भर में अब तक कुल 12518 स्थलों पर सैनेटाइजेशन का कार्य सफलता पूर्वक किया जा चुका हैं। इसमें हाट स्पाट/संभावित हाट स्पाट 635, संवेदनशील स्थल 1277, बाजार 1465, आवासीय स्थल 3411 एवं 5439 अन्य स्थल शामिल है।


पुलिस महानिदेशक, फायर सर्विस ने प्रदेश के सभी जनपदों में फायर सर्विस द्वारा कुल सैनेटाइज 12518 स्थलों के सम्बन्ध में कुछ प्रमुख जनपदों में से गौतमबुद्धनगर (नोएडा) मे 784, लखनऊ में 724, आगरा में 377, मुरादाबाद में 216, मेरठ में 470, फिरोजाबाद में 450, गाजियाबाद 460, मैनपुरी मे 256, अलीगढ़ में 338, बरेली में 756, कौसाम्बी में 576, वाराणसी में 974, आजमगढ़ में 346, गोरखपुर में 318 स्थलों पर अब तक सैनेटाइजेशन का कार्य किया जा चुका है।  

श्री विश्वकर्मा ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीकी से सुसज्जित फायर बिग्रेड की 895 गाड़ियां निरंतर सैनेटाइजेशन कार्य मे लगी है। अग्निशमन विभाग द्वारा अपने कार्यों के अतिरिक्त प्रदेश में पहली बार यह कार्य किया जा रहा है जिसमें सभी हाॅट स्पाॅट चिन्हित स्थलों, अन्य संवेदनशील क्षेत्रों, बाजारों, आवासीय काॅलोनियों तथा अन्य स्थानों यथा मेडिकल काॅलेज, सरकारी अस्पताल, निजी अस्पताल, काॅरेनटाइन केन्द्रों, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों आदि को प्राथमिकता दी जा रही है।


सैनेटाइजेशन कार्य जिलाधिकारियों के मार्गदर्शन

में स्थानीय निकायों से समन्वय स्थापित करते हुये किया जा रहा है। उन्होने बताया कि इस कार्य में प्रयुक्त किये जाने वाले रसायन की मात्रा निर्धारित मानकों के अनुकूल रखने तथा सैनेटाइजेशन के दौरान जरूरी सावधानियों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। यथा छिड़काव के दौरान यह भी प्रयास किया जा रहा है कि बिजली की वायरिंग एवं अन्य संवेदनशील वस्तुओं को छिड़काव से नुकसान न पहुंचने पाये। अग्निशमन विभाग के कर्मचारी इसके लिए पूर्ण निष्ठा, लगन एवं समर्पण की भावना से जुटे हुए है।


उत्तर प्रदेश फायर सर्विस के प्रयासों से सैनेटाइजेशन कार्य को और अधिक सृदृढ़ एवं प्रभावी बनाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है ताकि कोविड-19 के प्रभाव को कम करने में सफलता मिल सकें।  














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