संकल्प शुभ हो, श्रेष्ठ हो और दृढ़ हो तो कुछ भी ऐसा नहीं जिसे प्राप्त ना किया जा सके
दृढ़ संकल्प का अर्थ है लक्ष्य को आधा प्राप्त कर लेना। हमारे निर्णय जितनी बार बदलते जायँगे हमारी सफलता भी उतनी ही प्रभावित होगी।
संकल्प में बड़ी शक्ति होती है। संकल्प के बल पर ही वानरों द्वारा समुद्र पर सेतु की स्थापना हो सकी। संकल्प शक्ति के बल पर ही पांडव महाभारत का युद्ध जीत पाए।
संकल्प शुभ हो, श्रेष्ठ हो और दृढ़ हो तो कुछ भी ऐसा नहीं जिसे प्राप्त ना किया जा सके। जितना भी सृजन महान व्यक्तियों के द्वारा इस धरती पर हुआ है, वह अनुकूल परिस्थितियों के कारण नहीं केवल मजबूत संकल्पशक्ति के कारण हुआ है।