शराब के शौकीन महंगे दामों में खरीद रहे शराब,जमकर हो रही है कालाबाजारी

 


लखनऊ । प्रदेश में लॉक डाउन व सख्ती के बाद भी शराब के शौकीनों को महंगे दामों में मंदिरा उपलब्ध कराई जा रही है। शराब की जमकर कालाबाजारी जारी है। माडल शाप,दुकानें बंद होने के बाद भी लखनऊ में धड़ल्ले से मंदिरा की कालाबाजारी जारी है। शराब के प्रिंट रेट से तीनगुने दामों में शराब संचालक मंदिरा बेच रहे हैं। चौकाने वाली बात तो यह है कि 870 रुपये की मंदिरा 3000 हजार रुपये में बेची जा रही है।


लखनउ के हजरतगंज और गोमतीनगर क्षेत्र में शराब संचालक रात के दौरान शराब की दुकानों को खोलवा कर एजेंटों को पहुंचा रहे है। गोमतीनगर हनीमैन चौराहे से 50 मीटर की दूरी अन्दर शराब की दुकान पर यह अवैध कारोबार चल रहा है । इसी प्रकार मुंशीपुलियां से पिकनिक स्पाट रोड पर एक माडल शाप में जमकर शराब की कालाबाजारी लाक डाउन में हो रहा है जिसको विभाग जानते हुये भी कोई कारवाई नहीं कर रहा है। इधर तेलीबाग के पास एक दुकान से शराब निकलवा कर एजेंटों के माध्यम से मार्केट में बेची जा रही है।


जिला आबकारी विभाग लखनऊ के संरक्षण व खुली छूट के चलते ही आबकारी विभाग के सिपाही ही निगरानी के बजाय शराब की कालाबाजारी करवा रहे है। आबकारी निरीक्षक इनके ऊपर नकेल कसने के बजाय शराब बिक्री होने की जानकारी के बाद भी नजर अंदाज कर रहे है। इनके मिलीभगत से शराब कालाबाजारी का धंधा खूब फल फूल रहा है। शराब जानकारों का कहना है कि शराब माफियां बेखौफ होकर शराब की ब्रिकी करवा रहे हैं जिसका सुविधा शुल्क आबकारी निरीक्षक से जिला आबकारी अधिकारी तक बधा है। जानकारों का कहन है कि शराब माफियाओं से आबकारी विभाग और पुलिस से सेटिंग है जिस कारण पुलिस व आबकारी विभाग अवैध मंदिरा बेच रहे संचालकों पर कार्रवाई करने के बजाय नजर अंदाज करते हैं। इनके इशारे पर ही शराब तस्करों के ठिकानों पर भारी मात्रा में शराब जमा की गयी है जो लॉक डाउन में भी धड़ल्ले से बेची जा रही है। तस्कर एजेंटों के माध्यम से शराब की बिक्री कराने में सफल हैं।


वर्जन: लॉक डाउन के दौरान शराब की बिक्री व कालाबाजारी की जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा है तो इसकी तत्काल जांच कराकर कठोर कार्रवाई की जायेगी ।
                        — सुदर्शन सिंह,जिला आबकारी अधिकारी लखनउ ।


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