विज्ञान और धर्म में कभी भी टकराव नहीं होता

विज्ञान और धर्म में, एक अद्भुत सामंजस्य है, जिसे हम सभी को समझने की आवश्यकता है।


 विज्ञान और धर्म में कभी भी टकराव नहीं होता है।


 जहां पर विज्ञान समाप्त होता है, वहीं से धर्म प्रारंभ होता है।
 
 विज्ञान से पहले कोई धर्म नहीं है, और धर्म के बाद कोई  विज्ञान नहीं है।


 धर्म और विज्ञान हमारे लिए तभी तक उपयोगी हैं, जब तक ये दोनों मानव जीवन के लिए कल्याणकारी हैं।


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