पीएम मोदी के सही फैसलों से कारण भारत में कोरोना से हुई कम मौतें - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संकट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस दूरदर्शिता, सकारात्मक सोच के साथ सही फैसले लिए उसी का नतीजा रहा कि दुनिया के विकसित देशों की अपेक्षा भारत में संक्रमितों की संख्या व मौत के आंकड़े काफी कम हैं। देश की 130 करोड़ जनता की ताकत का एहसास आज पूरी दुनिया कर रही है। एमएसएमई सेक्टर उत्तर प्रदेश की ताकत थी, मगर आजादी के बाद लगातार इस क्षेत्र की उपेक्षा हुई। प्रधानमंत्री ने दूसरे चरण में इस सेक्टर से जुड़े लोगों, पटरी व्यवसाई, युवा छात्र, कामगारों-श्रमिकों के कल्याण के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिली। 2017 में जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी तो ‘वन डिस्ट्रिक-वन प्रोडक्ट’ की योजना शुरू की गई, जिसने परंपरागत उद्यम को नई ऊंचाइयां प्रदान की।
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूर्ण होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह जी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल जी समेत पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय पदाधिकारी व पार्टी के जिलाध्यक्ष जुड़े।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर संगठन का कार्य कैसे हो सकता है, इसका आप सबने बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है। मुख्यमंत्री योगी जी ने कहा कि भारत के गांव, गरीब और किसान के जीवन में खुशहाली लाने का गौरव हो या भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का कार्य, पीएम मोदी के नेतृत्व में यह सब संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि जब कामगार और श्रमिक उत्तर प्रदेश वापस आन लगे तो उस समय देश और दुनिया की निगाह इस पर लगी हुई थी कि सबसे सघन आबादी वाला प्रदेश इससे कैसे निपटेगा। सरकार और संगठन के बेहतर समन्वय ने कोरोना की जंग आसान की। एक-एक कार्यकर्ता और सभी जनप्रनिधियों के सहयोग से हम लोग बहुत अच्छे ढंग इस स्थिति का सामना करने में सफल हुए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश के आगरा में जब कोरोना का पहला केस आया था तो मरीज को इलाज के लिए दिल्ली भेजना पड़ा था। उस समय कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रदेश में एक भी कोविड अस्पताल, लैब व अन्य जरूरी सुविधाएं नहीं थी। मगर आज लेवल-1, लेवल-2 व लेवल-3 के 1 लाख 1 हजार बेड उपलब्ध हैं। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध हैं। इसके साथ ही प्रदेश में 31 नई लैब स्थापित की गई हैं। प्रदेश में अब 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन किये जा रहे हैं। योगी जी ने कहा कि 15 जून तक 15 हजार व जून के अंत तक 20 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता उत्तर प्रदेश अर्जित कर लेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि किसी सरकार के समय एक बात कही जाती थी कि हम 100 रुपया भेजते हैं, लेकिन नीचे 10 रुपया पहुंचता है। उस समय की सरकारों और राजनेताओं की नीयत कैसी थी, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं। कितने लाचार थे उस समय के प्रधानमंत्री, जो यह कहते थे। एक आज के हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं, जिन्होंने कहा कि 100 रुपया भेजूंगा, तो वो सीधे गरीब के खाते में जाएगा। बीच में कहीं भी वो पैसा लीक नहीं हो सकता है। ये है शासन की कार्यपद्धति और पारदर्शिता, जिसका उदाहण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रस्तुत किया है। 
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जब जनधन अकाउंट खुलवाने की घोषणा की तो लोगों को लगा होगा कि इसका क्या होगा जब इसमें पैसा ही नहीं आना, लेकिन कोरोना के दौरान इन जनधन अकाउंट की कीमत तब पता चली, जब केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा पैसा पहुंचने लगा। आज प्रत्येक गरीब अपने अकाउंट में आने वाले पैसे का शतप्रतिशत उपयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि इन्सेफेलाइटिस से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों में प्रति वर्ष सैकड़ों बच्चों की मौतें होती थी। आज इन्सेफेलाइटिस की बीमारी 60 फीसदी कम हुई है और मौत के आंकड़ों में 90 फीसदी की कमी आई है। यह सब संभव हो पाया प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन के कारण। जिसकी कहानी को दुनिया ने अंगीकार किया और लोगों ने इसे हाथों-हाथ लिया।


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