श्रमिकों की बेबसी और दु:ख क्या सरकार को ‘ड्रामेबाजी’ लगती है? - कमल सिंह चौहान


रायबरेली। कांग्रेस के नेता कमल सिंह चौहान ने अपने गृहराज्य वापस लौट रहे प्रवासी श्रमिकों के साथ पार्टी नेता राहुल गांधी की बातचीत को ‘नाटक’ करार देने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर पलटवार किया और मांग की कि वह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी मजदूरों से माफी मांगे।देश लाखों श्रमिकों एवं कर्मियों के इस अपमान के लिए सीतारमण को माफ नहीं करेगा।‘‘अपने घरों की ओर भूखे और प्यासे पैदल जा रहे प्रवासी श्रमिकों की बेबसी और दु:ख क्या सरकार को ‘ड्रामेबाजी’ लगती है?’’ 


उन्होंने कहा, ‘‘कृपा करके लाखों श्रमिकों का अपमान न कीजिए, अन्यथा देश आपको छोड़ेगा नहीं। इस असंवेदनशील एवं साहूकार सरकार और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को देश के श्रमिकों से माफी मांगनी चाहिए।’’ कमल सिंह चौहान कहा कि राहुल गांधी संकट की इस घड़ी में प्रवासी श्रमिकों का दुख साझा करने के लिए उनसे मिले थे। उन्होंने कहा, ‘‘यदि दु:ख साझा करना अपराध है तो कांग्रेस यह अपराध बार-बार करेगी।’’  जब वित्त मंत्री किसी आधिकारिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही हों, तो उनसे गंभीरता की अपेक्षा की जाती है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘उन्हें सवालों का जवाब देना चाहिए था, उन्हें सवाल पूछने नहीं चाहिए थे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को निर्मला सीतारमण से यह सीखने की आवश्यकता नहीं है कि उन्हें कैसा आचरण करना है, क्या जवाब देना है और न ही यह जानने की जरूरत है कि कांग्रेस पार्टी में प्रवासी श्रमिकों के दु:खों के प्रति कितनी करुणा है।’’


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