लॉकडाउन - 5 में मिली छूट के बाद केंद्र व राज्य सरकारों को और भी ज्यादा गंभीर होने की जरुरत - मायावती
कोरोना काल में देश में मची सियासत देश शायद ही कभी भुला पायेगा लेकिन इन सबके बीच बसपा सुप्रीमो मायावती को भी याद किया जायेगा। कोरोना काल में बसपा ने एक परिपक्व राजनीतिक दल का परिचय दिया है,विपक्ष में रहते हुए भी सरकार या सरकारी कामों में ना तो दखलंदाजी की और ना ही सियासत। बसपा सुप्रीमो कोरोना काल में हमेशा ही केंद्र व राज्य सरकारों को सुझाव देती नजर आई है। जिसकी वजह से उनपर सरकारी प्रवक्ता होने का आरोप भी लगा। इसी कड़ी में उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से कहा है कि देश में कोरोना महामारी से पीड़ितों व उससे बढ़ती मौतों की चिंताओं के बीच आज 69 वें दिन लॉक डाउन - 5 कुछ छूट से साथ प्रारम्भ हो गया है जो 30 जून तक चलेगा जबकि अभी भी पूरा देश कोरोना की मार से त्रस्त है तो ऐसे में केंद्र व राज्य सरकारों को और भी ज्यादा गंभीर होने की जरुरत है।
नेपाल ने अपने देश का नया नक्शा तैयार करके उसमे कालापानी सहित भारत के 370 किलोमीटर क्षेत्र पर अपना दवा ठोककर भारत को निश्चित ही नै दुष्कर स्थिति में दाल दिया है। ऐसे में पड़ोसी देश नेपाल के इस अनापेक्षित कदम पर केंद्र की सरकार को जरूर गम्भीरतापूर्वक सोच-विचार करना चाहिए।