प्रधानमंत्री ने गरीबों को शोषण से दिलाई मुक्ति - योगी आदित्यनाथ


लखनऊ। टीम-11 के साथ अभी तक की परिस्थितियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कई दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा मुझे बहुत प्रसन्नता है कि आज प्रदेश में समाज कल्याण विभाग, दिव्यांगजन कल्याण विभाग व महिला बाल विकास विभाग द्वारा वृद्धावस्था पेंशन के जो लाभार्थी हैं, इनकी संख्या 49,87,054 है। वृद्धावस्था पेंशन धारकों के अकाउंट में 1,500, निराश्रित महिला पेंशन धारकों के अकाउंट में भी 1,500, दिव्यांगजन पेंशन धारकों के अकाउंट में 1,500 और कुष्ठावस्था पेंशन धारकों के अकाउंट में 2,500 एक साथ, एक मुश्त भेजे जा रहे हैं। वैश्विक महामारी कोरोना से जब सारी दुनिया जूझ रही है, तो उन परिस्थितियों में हमारे देश के प्रधानमंत्री ने गरीब, किसान, नौजवान सभी की चिंता की। सभी के लिए राशन की व्यवस्था की गई, व बैंक खातों के माध्यम से धनराशि भी उपलब्ध कराई गई आज उसी का प्रतिफल है कि आज प्रत्येक गरीब को सुविधाएं उपलब्ध कराने में हमें मदद मिल पा रही है। 18 करोड़ गरीबों को राशन उपलब्ध करवाने की कार्रवाई की गई है। 1 जून से हम छठवीं बार गरीबों को राशन उपलब्ध करवा रहे हैं। पूरे देश करीब 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन की सुविधा का लाभ मिला है। टेक्नोलोजी का उपयोग करके हम सीधे गरीबों के अकाउंट में धनराशि भेज रहे हैं। पहले गरीबों का बहुत शोषण होता था मगर प्रधानमंत्री ने गरीबों को शोषण से मुक्ति दिला दी है। अब कोई व्यक्ति गरीबों का शोषण नहीं कर पाएगा। 


मुख्यमंत्री ने कहा इस समय कोरोना संक्रमण को रोकना, हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए आवश्यक है कि भीड़ न लगाएं और सतर्क रहें, खासतौर पर बुजुर्ग, बीमार, कमजोर लोग, गर्भवती महिलाएं या बच्चे घर से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। 3 करोड़ 56 लाख जनधन खाताधारकों के खाते में दो बार 500 दिए गए। प्रदेश में 2 करोड़ 4 लाख किसानों के खाते में अब तक 2,000 की धनराशि भी दो बार भेजी जा चुकी है। मनरेगा में बड़े पैमाने पर कार्य हो रहा है,प्रत्येक दिन करीब 41 लाख लोग मनरेगा में कार्य कर रहे हैं। मैं प्रदेश के इन लाभार्थियों, जिनको आज डीबीटी के माध्यम से योजना का लाभ मिल रहा है, उनको हृदय से बधाई देता हूं। संबंधित विभागीय मंत्रीगणों एवं अधिकारियों ने जिस तत्परता से कार्य किया उसकी सर्वत्र सराहना हो रही है। 


उन्होंने कहा अनलाॅक व्यवस्था के तहत 08 जून से शुरू की जाने वाली गतिविधियों को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि छूट के संदर्भ में अध्ययन करते हुए पूरी तैयारी के साथ व्यवस्था को लागू किया जाए।उन्होंने डीजीपी को निर्देशित किया कि पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए। बाजारों आदि में पुलिस द्वारा नियमित फुट पेट्रोलिंग तथा हाई-वे एवं एक्सप्रेस-वे पर PRV 112 के माध्यम से सघन पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए।क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से कामगारों/श्रमिकों सहित सभी जरूरतमंदों को पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था जारी रखी जाए।स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों/श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। कामगारों/श्रमिकों को 1 हजार का भरण-पोषण भत्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को निर्देशित किया कि वे सभी CMO के माध्यम से यह सुनिश्चित कराएं कि इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर संचालित करने वाले कार्मिकों को उपकरणों के संचालन तथा व्यक्ति को स्वस्थ अथवा अस्वस्थ आंकलित करने की पूर्ण जानकारी हो।जनपदों में तैनात स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारियों की कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों की निरीक्षण संबंधी रिपोर्टाें की नियमित समीक्षा की जाए। फीडबैक के आधार पर जरूरी कदम उठाए जाएं। अस्पतालों में उपचार, स्वच्छता व सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए जाएं। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए यह जरूरी है कि सभी लोग पूरी सावधानी बरतें। कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को प्रत्येक दशा में कम रखने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि डाॅक्टरों सहित मेडिकल टीम को पूर्ण समर्पण से कार्य करना आवश्यक है।


मुख्यमंत्री ने जनपद गौतमबुद्ध नगर, कानपुर नगर, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ, फिरोजाबाद तथा बुलन्दशहर में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इन जनपदों में चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर किया जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करने के निर्देश देते हुए कहा है कि जिन जनपदों में ज्यादा संख्या में कामगार/श्रमिक आए हैं, वहां विशेष पूल टेस्टिंग की व्यवस्था करते हुए सैम्पलों की जांच की जाए।बसों को संक्रमण से सुरक्षा संबंधी प्रोटोकाॅल के अनुरूप संचालित किया जाए। बसों का नियमित सैनिटाइजेशन हो। बस यात्री मास्क पहनकर यात्रा करें। यात्रियों की इंफ्रारेड थर्मामीटर से स्क्रीनिंग करते हुए उनके लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की जाए। बस ड्राइवर व कंडक्टर मास्क तथा ग्लव्स अवश्य इस्तेमाल करें। बस अड्डों पर सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए। कार्यालयों में इंफ्रारेड थर्मामीटर एवं सैनिटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सेंसर वाली सैनिटाइजर मशीन का उपयोग किया जाए। 


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