संपूर्ण क्रांति आंदोलन अब ज्यादा प्रासंगिक - नैमिष प्रताप


संपूर्ण क्रांति दिवस पर  समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई .आज मौजूदा परिस्थितियों मेँ  लोक नायक जयप्रकाश नारायण की अगुवाई में हुए संपूर्ण क्रांति आंदोलन का महत्व बढ़ गया है. सत्ता के केन्द्रीकरण , लोकशाही के स्थान पर   नौकरशाही - पुलिस का बढ़ता वर्चस्व , बेरोजगारी , बीमारी , पिछड़ापन , मंहगाई ... आदि वही समस्याये चुनौती बनी हुई है , जो जे.पी.के समय मेँ  थी. यह वकतव्य लोक शक्ति अभियान ' एक स्वैच्छिक संगठन ' के अध्यक्ष व रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से पूर्व स्वतंत्र प्रत्याशी नैमिष प्रताप सिंह ने इस संवाददाता से एक विशेष बातचीत में व्यक्त किया. 


उन्होंने कहा कि जब इन्दिरा गांधी सरकार के कार्यकाल में सत्ता का भरपूर दुरूपयोग हो रहा था. आम आदमी के हक - हकूक को लूटा जा रहा था तब यह जे.पी.थे , जिन्होंने लोकतंत्र बनाम तानाशाही के सीधे - सच्चे सवाल पर स्वतंत्र भारत में नागरिक स्वतंत्रता की सबसे बड़ी लड़ाई की अगुवाई किया.  जे.पी.ने आज ही के दिन 5 जून, 1974 को पटना के गांधी  मैदान से  ‘संपूर्ण क्रांति ’ का आह्वान किया था. आज के दिन का केन्द्र - राज्य सरकार को यह खास संदेश है कि इस महादेश को फांसीवाद के रास्ते पर न ले जाकर लोकतंत्र - संविधान का सम्मान करें .देश के छात्रों - युवाओं की जिम्मेदारी है कि वे जे.पी. के दिखाये हुए  रास्ते पर चलकर राष्ट्र के नवनिर्माण में भागीदारी  करें .    
 
बताते चले कि लोक नायक जयप्रकाश नारायण  के विचारों से प्रेरित होकर अप्रैल 2014 में लखनऊ में लोक शक्ति अभियान ' एक स्वैच्छिक संगठन ' की स्थापना हुई थी जिसके नैमिष प्रताप सिंह  संस्थापक अध्यक्ष है. वे छात्र जीवन में ही जे.पी.की विचारधारा से प्रभावित होकर विभिन्न किसान - मजदूर आंदोलन से जुड़े , विभिन्न राजनीतिक दलों में महासचिव / प्रवक्ता / मीडिया प्रभारी का दायित्व संभाला.अब वे उत्तर प्रदेश राज्य के लखनऊ - रायबरेली में रहते हुए  पत्रकारिता एवं सामाजिक कार्यों में सक्रिय है . 


... लखनऊ से जितेन्द्र  झा ...


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