महिलाओं की सहायता के लिए बनाई गई हेल्पलाइन में कार्यरत महिला कर्मचारी खुद उत्पीड़न की शिकार


लखनऊ। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना हुई धड़ाम,वेतन न मिलने कर्मचारियों में नाराजगी,181 महिला हेल्पलाइन की सेवाएं की गई बाधित,बिना वेतन दिए कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया। नाराज़ कर्मचारियों ने दिया शांतिपूर्वक धरना।181 महिला हेल्पलाइन में 365 महिला कर्मचारी कार्यरत,अचानक नौकरी से निकाले जाने से कर्मचारी परेशान। न मिला वेतन - न रही नौकरी। मुख्यमंत्री से लेकर तमाम मंत्री व अधिकारियों से लगाई गुहार ,अभी तक नही हो सका कर्मचारियों की समस्या का निराकरण। महिला कर्मचारी अपनी एक सहयोगी के लिए न्याय की मांग भी कर रही। महिलाओं की सहायता के लिए बनाई गई हेल्पलाइन में कार्यरत महिला कर्मचारी खुद उत्पीड़न की शिकार। 


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