पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 वर्ष की आयु में निधन , राष्ट्रपति ने किया शोक व्यक्त


भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का दिल्ली के सेना अस्पताल में निधन हो गया। वो 84 वर्ष के थे। प्रणब दा को कांग्रेस का तारणहार कहा जाता था। प्रणब दा ने भारतीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई। उनकी निधन की खबर सुनते ही पूरा देश स्तब्ध हो गया। प्रणव दा का जाना एक इतिहास खत्म होने जैसा है।


उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा पूर्व राष्ट्रपति, प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ।असाधारण विवेक के धनी, भारत रत्न श्री मुखर्जी के व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम था। 5 दशक के अपने शानदार सार्वजनिक जीवन में, अनेक उच्च पदों पर आसीन रहते हुए भी वे सदैव जमीन से जुड़े रहे। अपने सौम्य और मिलनसार स्वभाव के कारण राजनीतिक क्षेत्र में वे सर्वप्रिय थे।भारत के प्रथम नागरिक के रूप में, उन्होंने लोगों के साथ जुड़ने और राष्ट्रपति भवन से लोगों की निकटता बढ़ाने के सजग प्रयास किए। उन्होंने राष्ट्रपति भवन के द्वार जनता के लिए खोल दिए। राष्ट्रपति के लिए 'महामहिम' शब्द का प्रचलन समाप्त करने का उनका निर्णय ऐतिहासिक है।


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