आत्मनिर्भर भारत अभियान का आधार स्वदेशी व स्वावलम्बन - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय का मानना था कि किसी समाज की आर्थिक प्रगति का आकलन उसमें सम्पन्न व्यक्तियों की स्थिति नहीं, बल्कि समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों की स्थिति से होती है। उनका कहना था कि गांवों के आत्मनिर्भर होने से समाज के अन्तिम व्यक्ति के जीवन व स्थिति में सकारात्मक बदलाव आएगा। इसी उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा की गयी है। यह अभियान सशक्त एवं समृद्ध भारत की परिकल्पना को साकार करेगा।


मुख्यमंत्री आज वर्चुअल माध्यम से पं0 दीन दयाल उपाध्याय के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के सम्बन्ध में भारतीय जनता पार्टी लखनऊ महानगर द्वारा आयोजित व्याख्यान माला को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 25 सितम्बर को अन्त्योदय के प्रणेता पं0 दीन दयाल उपाध्याय की जयन्ती मनायी गयी है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में 02 वर्ष पूर्व पण्डित जी की जन्मशती का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर जीवन समग्र के रूप में उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया गया। यह वर्ष कई अर्थाें में अत्यन्त महत्वपूर्ण वर्ष है। इस दौरान पूरा विश्व कोविड-19 की महामारी से प्रभावित है। इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सही समय पर उचित और लोक कल्याणकारी निर्णय लिये जाने से हमारा देश सुरक्षित स्थिति में है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज एवं आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत घोषित प्रधानमंत्री आर्थिक पैकेज के माध्यम से देश महामारी से भी निपट रहा है और सतत आर्थिक विकास के लिए भी प्रयत्नशील है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय संवेदनशीलता को बहुत महत्वपूर्ण मानते थे। आदि शंकराचार्य की जीवनी में पं0 दीन दयाल उपाध्याय लिखते हैं कि आदि शंकराचार्य एक बार एक घर में भिक्षा मांगने गये। भिक्षा के लिए एक घर के दरवाजे पर आवाज लगाने के पश्चात उन्होंने देखा कि घर के सामने एक झोपड़ी में एक दीन हीन व्यक्ति भूख से कराह रहा है। घर की मालकिन द्वारा भिक्षा लेकर आने पर उन्होंने भिक्षा लेने से इन्कार कर दिया। घर की मालकिन द्वारा कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आपके घर के सामने एक व्यक्ति भूख से कराह रहा है। आप उसके दुःख, दर्द के प्रति संवेदनहीन हैं। आपसे ली गयी भिक्षा मुझे भी ऐसी ही संवेदनहीन बनाएगी।पं0 दीन दयाल उपाध्याय का मानना था कि पूरे देश व समाज में ऐसी संवेदनशीलता की आवश्यकता है, जिससे कहीं भी कोई व्यक्ति गरीबी, बेचारगी, अभाव से ग्रस्त न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐसी ही संवेदना से युक्त हैं। कोविड-19 के कारण लाॅकडाउन लागू करने के पश्चात उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा की। इस पैकेज के अन्तर्गत 80 करोड़ लोगों के लिए खाद्यान्न की व्यवस्था, रसोई गैस की व्यवस्था, वृद्ध, निराश्रित महिला व दिव्यांगजन के लिए अग्रिम पेंशन की व्यवस्था तथा उपचार की व्यवस्था की गयी है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिन मानवीय संवेदनाओं से युक्त हैं। इसमें उनकी वैचारिक दृष्टिकोण का भी योगदान है। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज में पं0 दीन दयाल उपाध्याय के अन्त्योदय का संकल्प छिपा हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के अतिरिक्त आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत घोषित आर्थिक पैकेज में भी कहीं न कहीं पं0 दीन दयाल उपाध्याय की प्रेरणा है। पं0 दीन दयाल उपाध्याय ने समाज के अन्तिम व्यक्ति, गांव के आत्मनिर्भर होने की बात की है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के माध्यम से यह भी दुनिया के सम्मुख साकार होते हुए दिखायी देगा। राज्य सरकार ने प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज को प्रभावी ढंग से लागू किया। साथ ही, आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आर्थिक पैकेज को भी लागू किया गया है। आत्मनिर्भर भारत अभियान का आधार स्वदेशी व स्वावलम्बन है। यह देश की जीवन्त अर्थव्यवस्था, भारत की परम्परागत कारीगरी व परम्परागत शिल्प की पुनस्र्थापना से जुड़ा हुआ है। आत्मनिर्भरता का आशय डिमाण्ड और सप्लाई के मध्य सन्तुलन से है। उन्होंने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय यही करना चाहते थे। प्रधानमंत्री इसी कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। हमारे गांव, हमारी पारम्परिक कारीगरी एवं शिल्प आत्मनिर्भर भारत का आधार बनेंगे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 03 वर्षाें में राज्य सरकार द्वारा ऐसे कार्यक्रम प्रारम्भ किये गये हैं, जो आत्मनिर्भर भारत के अंग हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश की 17 प्रतिशत से अधिक आबादी निवास करती है। देश की जी0डी0पी0 में प्रदेश का योगदान 08 प्रतिशत का है। प्रदेश की 56 प्रतिशत आबादी युवा व कामकाजी है। हमारा प्रदेश असीम सम्भावनाओं वाला प्रदेश है, जिसमें देश की आत्मा निवास करती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश वह राज्य है, जहां भगवान श्रीराम व भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया है। दुनिया की प्राचीनतम व भगवान शंकर की नगरी यहीं पर है। यहीं पर गंगा व यमुना का संगम है, जहां पर प्रयागराज कुम्भ-2019 का दिव्य एवं भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से यूनेस्को द्वारा कुम्भ को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की संज्ञा दी गयी। 24 जनवरी, 2018 को प्रथम उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना प्रारम्भ की गयी। यह परम्परागत शिल्प व कारीगरी को एक आधार देने की योजना है। इस योजना के माध्यम से एक वर्ष में प्रदेश के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इससे प्रदेश का आर्थिक उन्नयन होने के साथ ही युवाओं के लिए रोजगार में भी वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि योजना के माध्यम से लखनऊ का चिकन, मेरठ का खेल का सामान, मुरादाबाद का पीतल का सामान, अलीगढ़ का हार्डवेयर, भदोही का कालीन, कन्नौज का इत्र आदि प्रदेश की प्रत्येक जनपद का विशिष्ट उत्पाद आत्मनिर्भर भारत का आधार बनेगा। इन उत्पादों के लिए राज्य सरकार द्वारा मार्केटिंग, ब्राॅण्डिंग, डिजाइनिंग आदि में योगदान किया जा रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना शुरू की गयी। यह योजना गांधी जी के ग्राम स्वराज की संकल्पना को साकार करने वाली योजना है। इसके अन्तर्गत ग्रामीण परिवेश में विभिन्न परम्परागत कार्याें से जुड़े कारीगरों को ट्रेनिंग और टूलकिट उपलब्ध कराया गया है। साथ ही, मुद्रा योजना के माध्यम से भी बैंकों द्वारा ऋण भी उपलब्ध कराया गया। योजना के तहत 20 हजार करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध कराया गया है। वर्तमान में देश में लगभग 06 करोड़ एम0एस0एम0ई0 इकाइयां हैं। इनमें से लगभग 90 लाख हमारे राज्य उत्तर प्रदेश में हैं। उन्होंने कहा कि एम0एस0एम0ई0 सेक्टर में असीम सम्भावनाएं हैं। प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर पैकेज के अन्तर्गत राज्य सरकार ने पहले चरण में 04 लाख 32 हजार एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को 10 हजार करोड़ रुपये का ऋण दिलाया है। इसी प्रकार इस क्षेत्र के नवउद्यमियों को विभिन्न बैंकों के माध्यम से लगभग 13 हजार करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध कराया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा मनरेगा, सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण, एक्सप्रेस-वे, हाई-वे आदि के निर्माण में बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराया गया। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में वापस आये 40 लाख श्रमिकों को भी कार्य उपलब्ध कराया गया। साथ ही, स्वरोजगार के इच्छुक श्रमिकों की भी सहायता की गयी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाले उत्पादों को बाजार उपलब्ध होगा तो बड़े पैमाने पर रोजगार भी पैदा होगा। आर्थिक प्रगति भी होगी और विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में व्यापक सकारात्मक बदलाव होने जा रहा है। कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख करोड़ रुपये की घोषणा हुई है। इससे हर विकास खण्ड में भण्डारण की क्षमता के लिए कोल्ड स्टोरेज आदि स्थापित किये जाने हैं। एफ0पी0ओ0 का गठन किया जाना है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान का आधार बनेगा।कृषि के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हो रहे हैं। इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार द्वारा 03 नये अधिनियम पारित कराये गये हैं। इससे किसान ‘एक नेशन, एक मार्केट’ के तहत अब अपना उत्पाद देश में कहीं भी विक्रय कर सकेगा तथा कोई टैक्स भी देय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा। इससे बिचैलिये किसानों का लाभांश हड़प नहीं पाएंगे।


आज प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मेरठ महानगर, राजेन्द्र प्रताप सिंह‘ मोती सिंह‘ हमीरपुर, स्वामी प्रसाद मौर्य कन्नौज, ब्रजेश पाठक रामपुर, सिद्धार्थ नाथ सिंह गोण्डा, श्रीकान्त शर्मा बिजनौर, सुरेश राणा अलीगढ महानगर, अशोक कटारिया अयोध्या महानगर, भूपेन्द्र चैधरी बहराइच, गिरीश यादव बाराबंकी, नीलकंठ तिवारी देवरिया, नीलिमा कटियार बस्ती, राष्ट्रीय मंत्री हरीश द्विवेदी पीलीभीत, प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक मुरादाबाद महानगर, सत्यपाल सिंह सैनी बरेली जिला, पद्म सिंह चैधरी महराजगंज, दयाशंकर सिंह चन्दौली, प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला मथुरा महानगर, प्रदेश मंत्री शकुन्तला चैहान, पूनम बजाज कौशाम्बी, रामचन्द्र कनौजिया हापुड़, क्षेत्रीय अध्यक्ष शेष नारायण तिवारी हरदोई, क्षेत्रीय संगठन मंत्री प्रद्युम्न जी अम्बेडकर नगर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी नोएडा, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश त्रिवेदी बलिया, कामेश्वर सिंह मछलीशहर, जसवंत सैनी बदायूं, नवाब सिंह नागर फिरोजाबाद, अध्यक्ष समाज कल्याण निर्माण निगम वीएल वर्मा मुरादाबाद जिला के वर्चुअल वेबिनार को सम्बोधित किया।


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