एक माँ की आशा है , एक हिन्द की अभिलाषा है
मैथिली-हिन्दी
मैथिली मातृभाषा है
तो हिन्दी राजभाषा है
एक माँ की आशा है
एक हिन्द की अभिलाषा है
दोनों भाषा है मेरी प्राण
मेरी साँसों में बसती है
एक सीता का है अभिमान
तो दूजी राम की माता है |
एक ने बोलना हँसना
मुझे गाना सिखाया है
अपनी मिट्टी की खुशबू का
मुझे अहसास कराया है
पर जो राष्ट्रीयता का विश्व में
पहचान बनाया है
वो हिन्दी है मेरा गौरव
जो सम्मान दिलाया है |
ये नहीं सौत, है बहन
दिलों का अटूट रिश्ता है
मत फैला विद्वेष-कटुता
मानवीय मूल्य रिसता है
न घोल जहर, हे प्रवर
भाषा-रूपी समुन्दर में
इस उपवन को खिलनें दो
ये भारत का ही हिस्सा है |
(प्रभाष_अकिंचन)