लगभग 22 हजार से अधिक आवासीय ईकाइयां अपलोड हो चुकी है - अनुपम श्रीवास्तव

 


लखनऊ। क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी लखनऊ एवं कानपुर मण्डल लखनऊ अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि पर्यटकों को भ्रमणार्थ तीन मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकता होती है यथा-आवास, जलपान एवं मार्गीय सुविधा जो पर्यटन उद्योग के अन्तर्गत आते है। पर्यटन को बढ़ावा मिलें तथा पर्यटन स्थलों का विकास एवं प्रचार-प्रसार हो सके।


उन्होंने बताया कि हाॅस्पिटैलिटी सेक्टर के अन्तर्गत होटल उद्योग को प्रोत्साहन दिये जाने हेतु पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने पोर्टल www.hotelcloud.nic.in पर सभी अवर्गीकृत (unclassified) होटलों, लाॅजों, गेस्ट हाउसों, पेइंग गेस्ट हाउसों, बेड एण्ड ब्रेकफास्ट, होम स्टे आदि अन्य आवासीय ईकाइयों को उक्त पोर्टल पर संकलित कराये जाने हेतु सभी प्रदेशों को निर्देश जारी किये है। इसी क्रम में नेशनल डाटा बेस के अन्तर्गत पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के पोर्टल www.hotelcloud.nic.in पर पूरे देश में अभी तक लगभग 22 हजार से अधिक आवासीय ईकाइयां अपलोड हो चुकी है तथा उत्तर प्रदेश की 2380 आवासीय ईकाइयां उक्त पोर्टल पर अपलोड हो चुकी है। यह जानकारी अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि अपलोड हुयी प्रत्येक आवासीय ईकाई को पोर्टल पर एक रजिस्ट्रेशन नम्बर प्रदान किया जा रहा है तथा होटलों आदि आवासीय ईकाइयों के अपलोड कराने की सत्त प्रकिया अभी भी जारी है।


उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अवर्गीकृत (unclassified) होटल, लाॅज, गेस्ट हाउस, पेइंग गेस्ट हाउसों, बेड एण्ड ब्रेकफास्ट, होम स्टे आदि अन्य आवासीय ईकाइयां जो अभी तक पोर्टल पर पंजीकरण करने से वांछित रह गयी हैं, वे ईकाईयां स्वयं अपने स्तर से भारत सरकार के पोर्टल www.hotelcloud.nic.in पर अपने आवास गृह को पंजीकृत कर सकती है इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी पर्यटन विभाग के मनीष श्रीवास्तव, अपर सांख्यिकीय अधिकारी (मु0)/स्टेट नोडल अधिकारी उ0प्र0 (मो0नं0-9616603455) से प्राप्त की जा सकती है।


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