नए खेलों के जुड़ने से देश में खेलों के समग्र विकास के लिए एक अनुकूल माहौल तैयार करने में सहायता मिलेगी - किरेन रिजिजू


कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी), भारत सरकार ने मंगलवार, 1 सितंबर 2020 को 20 नए खेलों के एथलीटों को खेल कोटा का लाभ दिए जाने के खेल विभाग के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। केन्द्र सरकार के कार्यालयों में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की नियुक्ति के लिए पात्र खेलों की सूची में अब खेलों की संख्या 43 से बढ़कर 63 हो गई है और इसमें मल्लखम्ब, टग ऑफ वार, रोल बाल जैसे स्वदेशी तथा पारम्परिक खेल शामिल हैं।


इस फैसले के बारे में बताते हुए केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “हमारे एथलीटों का समग्र कल्याण सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है और डीओपीटी की सूची में ज्यादा खेलों को शामिल करने का प्रस्ताव इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है। यह न सिर्फ ऐसे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिहाज से अहम होगा जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि इससे देश में खेलों के समग्र विकास के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने में भी सहायता मिलेगी।”


इससे पहले भारत सरकार और विभिन्न मंत्रालयों में नौकरियों के लिए खेल कोटे के अंतर्गत 43 खेलों के एथलीट ही पात्र थे। युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने खेलों की सूची में संशोधन के लिए इस मामले को कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सामने रखा। इस सूची को पिछली बार अक्टूबर, 2013 में संशोधित किया गया था। इसकी समीक्षा की गई और अब स्वदेशी और पारम्परिक खेलों सहित 20 नए खेलों को जोड़ दिया गया है। एशियाई खेलों, ओलम्पिक जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं और अन्य चैम्पियनशिप्स में इन नए जोड़े गए खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले एथलीटों को खेल कोटे के अंतर्गत फायदा मिलेगा।


डीओपीटी द्वारा जारी संशोधित सूची में शामिल 20 नए खेल इस प्रकार हैं : बेसबाल, बॉडी बिल्डिंग (इसे पूर्व में जिम्नास्टिक के भाग के रूप में शामिल किया गया था।), साइक्लिंग पोलो, डीफ स्पोर्ट्स, फेंसिंग, कुडो, मल्लखम्ब, मोटरस्पोर्ट्स, नेट बाल, पैरा स्पोर्ट्स (पैरालम्पिक और पैरा एशियाई खेलों में शामिल खेल), पेनकेक सिलट, रोल बाल, रग्बी, सेपक टकरा, सॉफ्ट टेनिस, शूटिंग बाल, टेनपिन बॉलिंग, ट्राइएथलॉन, टग ऑफ वार और वुशु।


 


Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें