पर्यटन राज्य मंत्री डॉ नीलकण्ठ तिवारी ने की समीक्षा बैठक , दिए आवश्यक निर्देश


लखनऊ। डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी, पर्यटन राज्य मंत्री, (स्वतंत्र प्रभार), उ0प्र0 सरकार की अध्यक्षता में पर्यटन भवन, विपिन खण्ड, गोमती नगर, लखनऊ स्थित सभाकक्ष में उ0प्र0 राज्य पर्यटन विकास निगम की आय-व्यय एवं लाभ-हानि तथा प्रस्तावित योजनाओं से संबंधित समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।


बैठक में जितेन्द कुमार, प्रमुख सचिव पर्यटन, उ0प्र0 शासन, एन0जी0 रविकुमार, महानिदेशक एवं सचिव, पर्यटन, शिवपाल सिंह, प्रबन्ध निदेशक, उ0प्र0 पर्यटन निगम, कमलेन्द्र कुमार, वित्त नियंत्रक, अक्षय नागर, प्रबन्धक संचालन, नीरज पाहूजा, प्रबन्धक कार्मिक/प्रचार प्रकाषन एवं बी0एस0 मेहता, प्रबन्धक वक्र्स उपस्थित थे।


वर्तमान परिदृश्य में पर्यटन एक बहुआयामी गतिविधि के रूप में अपनी अलग पहचान के साथ परिलक्षित हो रहा है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन को एक जन उपयोगी उद्योग के रूप में विकसित और प्रचारित-प्रसारित कराने हेतु शीर्ष प्राथमिकता प्रदान कर रही है, ताकि देश - प्रदेश में प्रभावी पर्यटन संस्कृति विकसित हो सके और विकास-रोजगार परक व पर्यावरण संरक्षित वातावरण का सृजन हो सके और उससे अधिकाधिक लोग लाभन्वित हो सकें।


प्रबन्ध निदेशक द्वारा पर्यटन निगम के कार्यकलापों का प्रस्तुतीकरण दिया गया, जिसमें पर्यटन निगम द्वारा संचालित 40 होटल इकाईयों एवं ट्रैवल डिविजन के कार्यकलापों के साथ-साथ वित्तीय वर्ष 2018-19 के सापेक्ष 2019-20 के व्यवसाय एवं लाभ प्रस्तुत किये गये। इसके अतिरिक्त वित्तीय वर्ष 2020-21 के माह जुलाई तक के व्यवसाय एवं लाभ भी प्रस्तुत किये गये। इसके अतिरिक्त वर्तमान में पर्यटन निगम द्वारा चित्रकूट में रोप-वे संचालन, गोवर्धन मथुरा में हेलीकाॅप्टर परिक्रमा, डिजिटल पेमेन्ट को बढ़ावा देने, गत वर्ष षिक्षा विभाग दिल्ली के 1.83 लाख स्कूली बच्चों को स्थानीय भ्रमण कराया जाना आदि विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिया गया।


प्रस्तुतीकरण में कोविड-19 के दृष्टिगत पर्यटन निगम के व्यवसाय में हुए प्रतिकूल प्रभाव का भी उल्लेख किया गया। उक्त के अतिरिक्त लाॅकडाउन पीरियड में समस्त होटलों की साफ-सफाई एवं सैनेटाईजेशन के साथ-साथ कारोना वाॅरियर्स के आवास एवं खान-पान की सुविधा भी पर्यटन निगम के कई होटलों में उपलब्ध करायी जा रही है, का भी उल्लेख किया गया है। प्रस्तुतीकरण में पर्यटन निगम द्वारा भविष्य हेतु किये जाने वाले प्रमुख कार्यो यथा-विन्ध्याचल रोप-वे का संचालन, लखनऊ रेजीडेन्सी में लाईट एण्ड साउण्ड शो का संचालन, आगरा में प्रो-पूअर पर्यटन विकास योजना के अन्तर्गत आगरा एवं मथुरा में नवीन वाहन पार्किंग का संचालन, हरिद्वार में कुम्भ 2021 के अवसर पर टेन्ट सिटी स्थापित किया जाना आदि का प्रस्तुतीकरण दिया गया।



बैठक में विचार-विमर्ष के उपरान्त मंत्री डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वाराणसी में क्रूज बोट का संचालन शीघ्र प्रारम्भ किया जाये। पर्यटन निगम के होटलों के व्यवसाय में वृद्धि हेतु अतिशीघ्र कमेटी बनायी जाये, जोकि शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। प्रदेश में स्थित पर्यटन निगम के अन्तर्गत अर्बन हाट का सुचारू संचालन, एम0एस0एम0ई0/ओडीओपी योजना के अन्तर्गत शिल्पकारों को बढ़ावा दिया जाये, जिससे पर्यटन निगम को अतिरिक्त आय प्राप्त हो सके। पर्यटन निगम का वृहद प्रचार-प्रसार फेसबुक, ट्विटर आदि संसाधनों से किया जाये। मिर्जापुर में नवनिर्मित रोप-वे के पहुच मार्ग को पर्यटकों हेतु सुगम बनाया जाये। चित्रकूट रोप-वे के नीचे स्थित भूमि पर स्थल विकास कार्य पूर्ण कराया जाना।रामगढ़ताल स्थित नवनिर्मित वाटर स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स एवं अन्य गतिविधियों का संचालन शीघ्र प्रारम्भ किया जाये।अयोध्या में पर्यटन की असीम सम्भावनाओं के दृष्टिगत एक बढ़ा होटल पर्यटन निगम के माध्यम से संचालित करने हेतु शीघ्र ही भूमि का चयन कर अवगत कराया जाना। हरिद्वार में वर्ष 2021 में आयोजित होने वाले कुम्भ में पर्यटन निगम द्वारा टेन्ट सिटी स्थापित की जाये, जिस हेतु प्रमुख सचिव, पर्यटन द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों से शीघ्र ही बैठक आहूत की जाये।


 उपरोक्त समस्त कार्यों हेतु प्रबन्ध निदेशक द्वारा समय से पूर्ण करने हेतु एक समय-सीमा निर्धारित की जाये। 
 
उक्त के अतिरिक्त पर्यटन मंत्री द्वारा पर्यटन निगम के व्यवसाय एवं लाभ में हुई गिरावट के प्रति रोष प्रकट करते हुए यह निर्देशित किया गया कि होटलों के संचालन, साफ-सफाई अतिथियों की सेवा, खान-पान की गुणवत्ता एवं रख-रखाव इत्यादि पर विशेष बल दिया जायेव्यवसाय में वृद्धि हेतु नये विकल्पों को तलाशा जाये, एवं संघन मार्केटिंग की जाये, जिससे कि पर्यटन निगम में आय की वृद्धि के साथ-साथ प्रदेश में आने वाले पर्यटकों में सकारात्मक संदेश पहुचे।  


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