प्रधानमंत्री आपदा को अवसर में बदलकर काम करते हैं - स्वतंत्र देव सिंह


लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व व कृतित्व को जनसामान्य के बीच साझा करते हुए भारतीय जनता पार्टी वक्ताओं के साथ व्याख्यान माला की कड़ी में आज दूसरे दिन अवध व कानपुर क्षेत्र के लोगों से डिजिटल माध्यम से जुड़ी। पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन को सेवा कार्यों के रूप में मनाने के साथ ही उनके जीवन वृतांत को व्याख्यान माला में पिरोकर वेबिनार के माध्यम से जनसंवाद कर रही है। व्याख्यान माला के आज दूसरे दिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ ही जीआई एक्सपर्ट डा. रजनीकान्त द्विवेदी तथा इण्डिया न्यूज के राज्य सम्पादक अरविन्द चतुर्वेदी ने नरेन्द्र मोदी के राजनीतिक साहसिक निर्णयों, जनकल्याणकारी योजनाओं, मोदी के नेतृत्व में विश्व शक्ति बनता भारत के साथ ही उनके बचपन से लेकर अबतक के जीवन वृत्त को साझा किया।


पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने व्याख्यान माला में अध्यक्षता करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी बाल्यकाल से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपनी बेहतहरीन संगठनात्मक क्षमता से कई वर्षों तक संघ व भाजपा के विस्तार के लिए काम किया। वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी नई यात्रा प्रारम्भ हुई जिसने गुजरात के विकास की गाथा लिखी। मोदी आपदा को अवसर में बदलकर काम करते हैं। इसीलिए गुजरात के भूकंप, सूखा, चक्रवाती तूफान, बाढ़ आने पर महज तीन वर्षों में ही विगडे़ हुए हालातों को सुधार कर विकास की नई रफ्तार तैयार की। वैसे ही कोरोना काल में मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है, जो संकल्प भारत को आर्थिक व सामरिक महाशक्ति बनाने के साथ ही जन-जन के स्वाबलम्बन का कारक बनेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सदैव आत्मवत सर्वंभुतेषु के भाव के साथ पीड़ितो, वंचितो, शोषितों की खुशहाली के लिए काम कर रहे है। मोदी के नेतृत्व में सरकार गरीबों के पास पहुंच रही है जबकि पिछली सरकारों में गरीब सरकारों के पीछे दौड़ते थे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन करके शासन व प्रशासन की जबाबदेही तय की है। देश के लिए गर्व की बात है कि नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को ऐसा प्रधानमंत्री मिला जिसका अपना कोई परिवार नही है बल्कि देश की 130 करोड़ जनता ही उनका परिवार है। गरीबी में जन्म लेने वाले प्रधानमंत्री ने गरीब के दर्द को समझा है और उसकी खुशहाली के लिए काम किया है। मोदी 24 घंटे-365 दिन बिना थके, बिना रूके मां भारती का आराधन करते हुए देश की समृद्धि और सम्मान के लिए काम कर रहे है। मोदी सरकार ने जिस संवेदनशीलता के साथ कार्य किया, वह अकल्पनीय है। मोदी के जीवन का एक-एक क्षण गांव, गरीब व किसान की खुशहाली के लिए समर्पित है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वंशवाद व जातिवाद की राजनीतिक विषवेल सूखने से विपक्ष बौखलाया हुआ है।


इण्डिया न्यूज के राज्य सम्पादक अरविन्द चतुर्वेदी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मित्रों व साथियों से सुने हुए संस्मरण सुनाते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी में बचपन से ही निर्णय लेने की क्षमता थी और वह जो भी निर्णय लेते थे उस पर अडिग रहते थे। उन्होनें कहा कि संघ प्रचारक के रूप में मोदी कैसे लोगों को संगठन से जोड़ते थे, कैसे प्रवास करते थे और कैसे वह समूह को जोड़कर बडे़ काम करते थे, यह प्रेरणा देता है। उन्होने पुराने संस्मरण के साथ मोदी द्वारा बनवासी कल्याण आश्रम का काम करते समय सुनाए गए कथानक से जोड़ते हुए कहा कि मोदी सेवा कार्यों को राजनीति का माध्यम बनाने के शुरू से ही पक्षधर रहे है और यह आज भारतीय जनता पार्टी की कार्यशैली में परिलक्षित हो रहा है। मोदी जी की सबसे बडी खासियत यह है कि वह समूह के साथ काम करने में विश्वास रखते है और यही उनकी सफलता का मूलमंत्र है।


व्याख्यान माला को संबोधित करते हुए पद्मश्री डॉ रजनीकांत द्विवेदी ने कहा कि राजनीति शास्त्र के गुरु चाणक्य हैं, उन्होंने अखंड भारत के लिए मगध से तक्षशिला तक की यात्रा की। स्वामी विवेकानंद ने भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन किया और उनको पूरे विश्व में स्वीकार्यता मिली । राजा राममोहन रॉय ने समाज सुधार के लिए कार्य किया। इन्हीं सब महापुरुषों के पदचिन्हों पर चलते हुए मोदी देश को पुनः सोने की चिड़िया बनाना चाहते हैं। डा. द्विवेदी ने कहा कि मोदी ने प्रचारक के रूप में काम करके अनुभव और ज्ञान को प्राप्त किया। गुजरात में वह घरों से टिफिन लाकर बैठकें करने की प्रेरणा सबको देते थे। मोदी सोमनाथ की धरती से निकल कर आए हैं और उन्होंने काशी में अपना कार्यक्षेत्र बनाया है। इससे इतिहास की वह घटना याद आती है जो आज से 263 वर्ष पूर्व घटित हुई थी, जब अहिल्याबाई होल्कर ने काशी आकर यहां के मंदिरों का जीर्णोद्धार किया था। मोदी विरासत को सहेज कर रखने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने गुजरात सरकार के गुड गवर्नेंस के मॉडल को दिल्ली लाकर यहां भी गुड गवर्नेंस को स्थापित किया है। डॉ रजनी कांत द्विवेदी ने कहा कि ऐसे में जब कोरोना ने पूरी दुनिया को थाम दिया है, उस समय भी मोदी वोकल से लोकल और लोकल से ग्लोबल तक की बात कर रहे हैं। देश के वह पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने पीएम को प्रधान सेवक के रूप में रखा है। उन्होंने कहा कि चाणक्य ने कहा था कि राजा का काम देश में रहने वाली जनता की खुशी के लिए कार्य करना होता है, मोदी ने जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करके उस विचार को साकार किया है। मोदी मौलिक चिंतन से लेकर आधुनिक चिंतन तक सब प्रकार के गुणों के मालिक हैं। इसके साथ ही मोदी सांस्कृतिक विरासत की भी बात करते हैं। मोदी ने कहा है कि देश की बौद्धिक संपदा को याद रखने की आवश्यकता है, इसीको ग्लोबल बनाना है। मोदी पूरे देश में घटने वाली छोटी से छोटी घटनाओं पर भी हो दृष्टि रखते हैं और बार-बार 130 करोड़ लोगों की बात करते हैं। साथ ही पूरे विश्व के स्तर पर भी वसुधैव कुटुंबकम की बात करते हैं और इसीलिए चाहे वह अरब देश हो या यूरोप के देश या अमेरिका या अन्य कोई भी देश उन सभी में मोदी के विचारों की स्वीकार्यता है। प्रधानमंत्री में संयम और धैर्य दोनों ही आचरण है। विरोधियों ने उनके लिए अपशब्दों का प्रयोग किया, ऐसा ही कभी चाणक्य के साथ भी हुआ था और दोनों ने मौन रहकर अपने कार्यों के द्वारा सबको उत्तर दिया है। 
व्याख्यान माला में पार्टी के अवध क्षेत्र अध्यक्ष शेष नारायण मिश्रा ने अतिथियों का परिचय कराते हुए स्वागत किया तथा कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्र अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह ने आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया। पार्टी के प्रदेश मंत्री देवेश कुमार ने व्याख्यान माला का सफल संचालन किया। 


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