राजभवन के अधिकारियों द्वारा 71 क्षय रोग ग्रसित बच्चे लिये गये गोद


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 70 वें जन्म दिवस के अवसर पर आज राजभवन में आयोजित एक समारोह में प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2020 में राजभवन उद्यान द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त करने में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 81 श्रमिकों को प्रोत्साहन स्वरूप 6 थालियों का एक-एक सेट भेंट किया। इस पर कुल 1,21,500 रूपये व्यय धनराशि का वहन राजभवन द्वारा किया गया। इसके अलावा उन्होंने राजभवन उद्यान के 18 श्रमिकों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना तथा प्रधानमंत्री सुरक्षा जीवन बीमा योजना के अन्तर्गत बीमा कराकर उन्हें प्रमाण-पत्र दिया, जिसमें श्यामलली, रामकली, जग्गो, कृष्णावती, प्रभुदेई, मालती, रामकली उर्फ सीमा, धनीराम, राजू, विशन, रमेश कुमार यादव, अर्जुन यादव, लक्ष्मी, रोहित यादव, अरूण कुमार वर्मा, रूपेश, रंजीत सिंह तथा कल्लू राजपूत शामिल हैं। बीमा की कुल धनराशि 4,506 रूपये का भुगतान भी राजभवन द्वारा वहन किया गया है। उन्होंने इन श्रमिकों को आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत हेल्थ गोल्डेन कार्ड की व्यवस्था किए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित भी किया।


राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में श्रमिकों से कहा कि थाली का जो सेट उन्हें दिया गया है, उसका प्रयोग वे स्वयं अपने परिवार के खाने के लिए ही करेंगे न कि किसी अन्य व्यक्ति को उपहार में भेंट करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्यान के श्रमिकों द्वारा प्रदर्शनी में अथक परिश्रम किये जाने के परिणामस्वरूप ही विभिन्न श्रेणियों में राजभवन उद्यान को कुल 112 पुरस्कार प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में सर्वाधिक पुरस्कार प्राप्त होने के कारण ही प्रदर्शनी की सर्वश्रेष्ठ ट्राफी राजभवन उद्यान को प्राप्त हुई, जो सभी के लिए गौरव की बात है।


आज ही राज्यपाल की प्रेरणा से प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर राजभवन के अधिकारियों द्वारा क्षय रोग से पीड़ित 71 बच्चों को गोद लिया गया तथा प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों द्वारा पर्यावरण सुधार की दृष्टि से 7100 से अधिक पीपल के वृक्ष रोपित किये गये।


इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।


Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें