राष्ट्रपति ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर दीं शुभकामनाएं


भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर देशभर के शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं।


राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा “ मैं देश भर के सभी शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं। हम आधुनिक युग के महानतम शिक्षकों में से एक और मेरे पूर्ववर्ती डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर शिक्षक दिवस मनाते हैं।


डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक प्रसिद्ध दार्शनिक भी थे। उन्होंने शिक्षक की भूमिका को ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया जो न केवल एक शिक्षक की अपितु एक नैतिक मार्गदर्शक की भूमिका भी निभाए और विद्यार्थियों में उदात्त जीवन मूल्यों का संचार करे। शिक्षकगण अत्यंत लगन और धैर्य के साथ, विद्यार्थियों को हमारी उन्नत संस्कृति और समृद्ध विरासत का ज्ञान प्राप्त करने में सहायक होते हैं। आदर्श शिक्षक वही होता है जो विद्यार्थियों को इस मार्ग पर चलने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रोत्साहित करे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि शिक्षकगण हमारे विद्यार्थियों के प्रेरणा-स्त्रोत और सच्चे राष्ट्रनिर्माता होते हैं। शिक्षकों की इस महती भूमिका को देखते हुए भारतीय संस्कृति में ‘गुरु-शिष्य परंपरा’ को विशेष सम्मान दिया जाता रहा है।


बदलते समय में हमें अपनी शिक्षा पद्धति में ऐसे अभिनव तौर-तरीकों का समावेश करने की आवश्यकता है, जिससे युवा पीढ़ी को ज्ञानार्जन, अन्वेषण और अनुप्रयोग का अवसर मिले और वे, समाज में बेहतर योगदान कर सकें। मुझे आशा है कि हमें इस दिशा में अपने दूरदर्शी शिक्षकों का मार्गदर्शन प्राप्त होता रहेगा और हम सब मिलकर एक महान राष्ट्र के भविष्य-निर्माण में योगदान देते रहेंगे।


इस शुभ अवसर पर, मैं समूचे शिक्षक समुदाय को हार्दिक बधाई देता हूं और कामना करता हूं कि वे, ऐसे विद्यार्थी तैयार करने के अपने प्रयासों में सफल हों जो आने वाले समय में हमारे देश का गौरव और मान बढ़ाएं।”


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