समाजवादी कार्यकर्ताओं ने किया पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ जबर्दस्त प्रदर्शन
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर आज (21 सितम्बर 2020) सभी जनदों में तहसील स्तर पर समाजवादी कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
तहसील मुख्यालय जाते हुए समाजवादी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कई स्थानों पर रोकेन की कोशिश की, उनसे झड़पें हुई। पुलिस ने कन्नौज, फरेंदा (महाराजगंज) तथा बांदा में प्रदर्शन कर रहे शांतिपूर्ण समाजवादी कार्यकर्ताओं पर अकारण लाठीचार्ज किया। लखनऊ में वंदना चतुर्वेदी, अशोक गुप्ता सहित दर्जन भर कार्यकर्ताओं तथा बांदा में विजय करन यादव जिलाध्यक्ष तथा नगर अध्यक्ष मोहन साहू सहित लगभग चार दर्जन कार्यकर्ताओं, नेताओं की गिरफ्तारी की गई है।
ज्ञापन में कोरोना संकट काल में आवश्यक उपकरणों की खरीद में घोटाला, स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितता, भ्रष्टाचार, सरकारी उत्पीड़न में वृद्धि, बेहाल किसान, बेरोजगारी और ध्वस्त कानून व्यवस्था के मुद्दे उठाते हुए राज्यपाल से संवैधानिक कार्यवाही करने का आग्रह किया गया है।
विभिन्न जनपदों में आज हजारों की संख्या में एकत्र होकर समाजवादी कार्यकर्ताओं ने सरकारी मनमानी, ध्वस्त कानून व्यवस्था, बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी, लाॅकडाउन के दौरान आए श्रमिकों को रोजगार नहीं मिलने, किसानों की बदहाली, नौजवानों की उपेक्षा, निजीकरण, आरक्षण समाप्ति की साजिश, महिलाओं-बच्चियों से बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं तथा बदले की भावना से समाजवादी नेताओं पर फर्जी केस लगाने, गिरफ्तारी करने के प्रति विरोध व्यक्त किया। राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन में क्षेत्रीय समस्याओं का जिक्र कर उनके निराकरण का भी आग्रह किया गया।
आज जहां मेरठ में पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर और अमेठी में विधायक राकेश प्रताप सिंह पुलिस द्वारा तहसील मुख्यालय तक जाने से रोकने के विरोध में धरना पर बैठ गए वहीं बाराबंकी में अर्धनग्न होकर भी कई युवाओं ने प्रदर्शन किया। बस्ती में विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह धरना देने बैलगाड़ी में बैठकर पहुंचे। मुरादाबाद में बैलगाड़ियां भी प्रदर्शन में शामिल रही। आगरा के जिलाध्यक्ष रामगोपाल यादव को घर में ही कैद कर दिया गया।
राजधानी लखनऊ में आज सभी पांचों तहसीलों सदर, मोहनलालगंज, सरोजनीनगर, बख्शी का तालाब, मलिहाबाद में हजारों की संख्या में पहुंचे समाजवादी कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन के बाद अपना ज्ञापन सौंपा। सदर तहसील में महानगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित तथा जिले की चार तहसीलों में प्रदर्षन का नेतृत्व जयसिंह जयंत ने किया। प्रदर्शन में पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा, अम्बरीश पुष्कर विधायक, गोमती यादव, इंदल रावत, श्याम किशोर यादव, मोहम्मद रेहान, नईम, विजय सिंह यादव, अनुराग भदौरिया, अनुराग यादव, मुजीबुर्रहमान बबलू, अनीस राजा, अरविन्द गिरि, सुश्री पूजा शुक्ला, राज बाला रावत, सर्वेश यादव, देवेन्द्र यादव जीतू, नवीन धवन बंटी, विदेष पाल सिंह, महेन्द्र सिंह यादव, धीरज श्रीवास्तव, अनिल यादव, वीरेन्द्र प्रताप सिंह, शंकरी सिंह, शब्बीर खां, चंद्रषेखर यादव, उमेश वर्मा, अमरपाल सिंह, दिनेश सिंह, राम प्रसाद यादव भी शामिल रहे। लखनऊ में बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां भी हुईं। आज के कार्यक्रम में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल रही।
आज समाजवादी कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में जबर्दस्त प्रदर्शन कर सरकार को हिलाकर रख दिया। घबड़ाए प्रशासन ने जगह-जगह बेरीकेटिंग लगाकर लाल सैलाब रोकने की असफल कोशिश की लेकिन वे समाजवादियों के जोश को रोक नहीं सके। जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपने के साथ समाजवादी नेताओं ने जनता की मांगों को शीघ्र मानने का आग्रह किया।
आज हरदोई, सीतापुर, गाजीपुर, मेरठ, अयोध्या, फिरोजाबाद, कानपुर शहर , कानपुर देहात, प्रयागराज, झांसी, चित्रकूट, कौशाम्बी, सिद्धार्थनगर, हमीरपुर, एटा, सोनभद्र, कन्नौज, नोएडा, बागपत, वाराणसी, उन्नाव, ललितपुर, गोण्डा, अमेठी, कासगंज, सम्भल, बदायूं, अम्बेडकरनगर, फर्रूखाबाद, बाराबंकी, कुशीनगर, संतकबीरनगर, फतेहपुर, मुरादाबाद, इटावा, देवरिया, महोबा, मिर्जापुर, लखीमपुरखीरी, अलीगढ़, सुल्तानपुर, रायबरेली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मथुरा, प्रतापगढ़, बलिया, बिजनौर, बुलन्दशहर, बहराइच, फिरोजाबाद, अमरोहा आदि जनपदों की तहसीलों पर भी समाजवादी बड़ी संख्या में एकत्र हुए और वहां धरना देने के बाद अपना ज्ञापन सौंपा।