सरकार नर को नारायण से जोड़कर कर रही है उनकी सेवा - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में सामाजिक पेंशन योजनाओ के अन्तर्गत वृद्धावस्था, निराश्रित महिला, दिव्यांगजन तथा कुष्ठावस्था पेंशन की कुल 1311.05 करोड़ रुपये की द्वितीय किश्त (जुलाई, अगस्त एवं सितम्बर, 2020) 86 लाख 95 हजार 27 लाभार्थियों को ऑनलाइन हस्तांतरित की। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पेंशन धनराशि लाभार्थियों को उनके सामान्य भरण-पोषण के लिए दी जा रही है। यह केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का एक भाग और शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं का एक हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर समाज की सबसे कमजोर कड़ी को मजबूत कर दिया जाए तो पूरे समाज को आर्थिक स्वावलम्बन की ओर अग्रसर होने से कोई रोक नहीं सकता। यह आत्मनिर्भर भारत बनाने का आधार भी बन सकता है। यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी मंशा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार नर को नारायण से जोड़कर उनकी सेवा कर रही है। यदि किसी निराश्रित या दिव्यांग के जीवन में हम शासन की योजनाओं के माध्यम से खुशहाली लाने का कार्य करते हैं, तो हमारी अन्तरात्मा प्रसन्न होती है।कोरोना काल में किसी भी व्यक्ति के सामने भोजन का संकट न आए, इसलिए राज्य सरकार ने तय किया कि जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनके तत्काल राशन कार्ड बनाकर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। अप्रैल, 2020 से प्रत्येक माह में 02 बार पात्र लोगों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक पात्र व्यक्ति को आयुष्मान भारत योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ मिले। यदि किसी परिस्थितिवश किसी व्यक्ति के पास कोई भी स्वास्थ्य योजना का कार्ड नहीं है, तो ऐसी स्थिति में उसे उपचार हेतु 1,000 रुपये की राशि ग्राम प्रधान निधि या नगर निकाय निधि से उपलब्ध कराने की व्यवस्था है।वर्तमान सरकार बिना भेदभाव के सभी पात्र व्यक्तियों को शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि दुर्भाग्य से किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है और अन्तिम संस्कार की व्यवस्था नहीं है, तो ऐसे में जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे ग्राम प्रधान निधि अथवा नगर निकाय निधि से 5,000 रूपये की व्यवस्था करके अन्तिम संस्कार सम्पन्न कराएं।
निराश्रित महिलाओं व महिला स्वयं सहायता समूहों को रचनात्मक कार्याें से जोड़कर ही उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाया जा सकता है। राज्य सरकार का प्रयास है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलने वाला बाल पुष्टाहार महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से वितरित किया जाए। उन्होंने कहा कि राशन की दुकान कोई दिव्यांगजन या महिला स्वयं सहायता समूह संचालित करेगा, तो निश्चित ही वे पूरी जवाबदेही के साथ इस कार्य को आगे बढ़ा सकते हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपद प्रयागराज, अयोध्या, फतेहपुर, ललितपुर, देवरिया, वाराणसी तथा चित्रकूट के पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया और उनका कुशलक्षेम पूछा।
समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गरीबों को प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के दिया जा रहा है। समाज के आखिरी पायदान पर खड़े लोगों को लाभान्वित करके समाज को खुशहाल बनाया जा सकता है।
ज्ञातव्य है कि इससे पूर्व, इन्हीं पेंशन योजनाओं के 86 लाख 71 हजार 781 लाभार्थियों को प्रथम त्रैमास (अप्रैल-मई-जून, 2020) की किश्त एवं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के अन्तर्गत प्रति लाभार्थी 1,000 रुपये अतिरिक्त देय के रूप में कुल 2,173 करोड़ 31 लाख रुपये का अन्तरण किया जा चुका है। पेंशन लाभार्थियों के खातों में आज भेजी जा रही धनराशि को सम्मिलित करते हुए, कुल 86 लाख 95 हजार 27 लाभार्थियों को अब तक कुल 3,484 करोड़ 39 लाख रुपये की पेंशन धनराशि वितरित की गयी है। वृद्धावस्था,निराश्रित महिला एवं दिव्यांगजन पेंशन योजना के प्रत्येक लाभार्थी को द्वितीय त्रैमास में 1,500 रुपये तथा कुष्ठावस्था पेंशन योजना के प्रत्येक लाभार्थी को 7,500 रुपये की धनराशि हस्तांतरित की गयी। इस प्रकार, वृद्धावस्था, निराश्रित महिला तथा दिव्यांगजन पेंशन योजना के प्रत्येक लाभार्थी के खाते में प्रथम व द्वितीय त्रैमास में अब तक कुल 4,000 रुपये तथा कुष्ठावस्था पेंशन योजना के प्रत्येक लाभार्थी के खाते में अब तक 15,000 रुपये की धनराशि प्रेषित की जा चुकी है।
आज वृद्धावस्था पेंशन योजना के 49 लाख 87 हजार 54 लाभार्थियों के खाते में 748 करोड़ 06 लाख रुपये की पेंशन धनराशि का भुगतान किया गया। निराश्रित महिला पेंशन की 26 लाख 06 हजार 213 लाभार्थियों के खाते में 390 करोड़ 93 लाख रुपये की पेंशन धनराशि का भुगतान किया गया। दिव्यांगजन पेंशन के 10 लाख 90 हजार 436 लाभार्थियों के खाते में 163 करोड़ 57 लाख रुपये की पेंशन धनराशि का भुगतान किया गया। कुष्ठावस्था पेंशन के अन्तर्गत 11 हजार 324 लाभार्थियों के खाते में 08 करोड़ 49 लाख रुपये की पेंशन धनराशि का भुगतान किया गया।