श्रावस्ती में किसान बिल के विरोध में हल्ला बोल , सैकड़ो किसान गिरफ्तार
श्रावस्ती। केन्द्र सरकार की ओर से लागू कृषि अध्यादेशों से आक्रोशित भाकियू ने शुक्रवार को किसान कर्फ्यू का आयोजन कर बौद्ध परिपथ जाम कर दिया। सरकार विरोधी नारे लगाते हुए किसानों ने कृषि अध्यादेश वापस लेने की मांग की। इस दौरान लगभग एक घंटे तक बौद्ध परिपथ पर आवागमन ठप रहा। किसानों को कांग्रेस का भी समर्थन मिला। पुलिस ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष सहित सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार कर सड़क खाली करवाया और किसानों को बसों मे भरकर जगतजीत इंटर कालेज मैदान ले गए। जहां से उन्हें रिहा कर दिया गया।
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लाये गए किसान अध्यादेश को किसान विरोधी बताते हुए भाकियू मंडल अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि कृषि सुधार के नाम पर बने नये कानून से किसान कंपनियों के बंधुआ मजदूर बन जायेंगे। यह कानून किसानों को मंजूर नही है। उन्होंने कहा कि कृषि में कानून नियंत्रण, मुक्त विपणन, भंडारण, आयात-निर्यात, किसान हित में नहीं है। इसका खामियाजा देश के किसान विश्व व्यापार संगठन के रूप में पहले ही भुगत रहे हैं।
किसान नेता ओम प्रकाश प्रजापति ने कहा कि समर्थन मूल्य कानून बनाने जैसे कृषि सुधारों से किसान का बिचौलियों और कम्पनियों द्वारा किया जा रहा शोषण बन्द हो सकता है और किसानों के आय में वृद्धि हो सकती है। किसानों ने कृषि और किसान विरोधी तीनों अध्यादेशों को तुरंत वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को सभी फसलों पर (फल और सब्जी) लागू करते हुए कानून बनाने व समर्थन मूल्य से कम पर फसल खरीदारी को अपराध की श्रेणी में शामिल करने की मांग संबंधी तीन सूत्री ज्ञापन एसडीएम राजेश मिश्र को सौंपा।
(एम० अहमद)