विद्यावती देवी उर्फ "अम्मा जी" का सामाजिक योगदान अतुलनीय


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू बनारसी दास की धर्मपत्नी विद्यावती देवी (अम्मा जी) की 41वीं पुण्यतिथि पर 55, पुराना किला स्थित कोठी में बाबू बनारसी दास नगर निवास कल्याण समिति के तत्वावधान में एक श्रद्धांजलि सभा हुई । अम्मा जी को उनकी पुत्रवधू व बी.बी.डी. की चेयरपर्सन अल्का दास गुप्ता एवं अम्मा जी के पौत्र व बी.बी.डी. ग्रुप के प्रेसीडेन्ट विराज सागर दास ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनको नमन किया । इस अवसर पर अम्मा जी के चित्र पर उनके पुत्र व बी.बी.डी. मुख्य अधिशाषी निदेशक आर.के. अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास के निजी सचिव रहे धर्म सिंह व संस्था के अध्यक्ष कैलाश पाण्डेय तथा लखनऊ छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अरूण गुप्ता ने माल्यार्पण कर "अम्मा जी" को नमन किया ।


स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में बाबू बनारसी दास जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर "अम्मा जी" ने आजादी के लिए संघर्ष किया । उन्होने आजीवन बाबू जी के ही आदर्शों पर चलते हुए गरीबों, मजलूमों और वंचित लोगों की भलाई एवं उत्थान के लिए कार्य किया । अम्मा जी का जीवन वृत्त आज हमारे समाज के लिए विशेषकर आधुनिक महिलाओं के लिए अत्यधिक प्रेरणादायक है । इस मौके पर अम्मा जी को पूर्व सभासद अरुण गुप्ता प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह, चन्द्र प्रकाश गोयल, राजीव बाजपेयी, डा0 रेहान अहमद खान, सुबोध श्रीवास्तव, डा. पी.एस. जायसवाल, ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।


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