बिना भूल किये कुछ सीखने को नहीं मिलता


अगर आपसे अनायास एक गलती हो जाती है तो जरूर वह क्षम्य है मगर उसे छुपाने के लिए झूठ बोलकर दूसरी गलती करना यह जरूर दंडनीय है। भूल होना कोई समस्या नहीं, बिना भूल किये कुछ सीखने को नहीं मिलता। एक भूल को कई बार करना यह जरूर चिंता का विषय है। 


भूल को छिपाना यह और भी खतरनाक है। झूठ उस कवर की तरह है जिसमें उस समय तो दोष ढक जरूर जाते हैं मगर नष्ट नहीं हो पाते। समय आने पर वो छोटी भूल बड़ी गलतियों का कारण बन जाती हैं। 


गलती हो जाए तो उसे स्वीकारना सीखो। आपका स्वीकारना ही आपको दूसरों की नजरों में क्षमा का अधिकारी बना देगा।


Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें