गांधी आश्रम में राज्यपाल ने चलाया चरखा


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, आनंदीबेन पटेल ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर राजभवन स्थित बापू जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पश्चात जी0पी0ओ0 स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। उन्होंने गांधी आश्रम में भी जाकर गांधी जी एवं शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा वहां चरखा भी चलाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चरखा चलाया। शास्त्री भवन एनेक्सी में भी राज्यपाल ने लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया।


इसके बाद राज्यपाल ने राजभवन में उत्तर प्रदेश क्षय निवारक संस्था के टी0बी0 सील बिक्री अभियान के 71वें कैम्पेन का लोकार्पण किया।


राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन के गांधी सभागार में महात्मा गांधी जी एवं शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने गांधी जी के जीवन दर्शन पर राजभवन के बच्चों द्वारा प्रस्तुत  सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखा। समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने गांधी जी द्वारा पं0 जवाहर लाल नेहरू जी को पानी की बचत हेतु दी गई सीख का उदाहरण देते हुए कहा कि बच्चों तथा अभिभावकों को पानी की बचत, घर की एवं आसपास की सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना चाहिए।



राज्यपाल ने पेंटिंग, सफाई, स्वास्थ्य परीक्षण, भाषण एवं निबन्ध प्रतिस्पर्धा में विजयी राजभवन के बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इसके अलावा उल्लेखनीय कार्य करने वाले राजभवन के अधिकारियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। राजभवन के बच्चों ने राजभवन की गतिविधियों पर आधारित पुस्तक ‘गतिशील राजभवन’ का विमोचन किया। राज्यपाल ने जनपद बाराबंकी के प्रगतिशील किसान श्री राम सरन वर्मा को शाल एवं पुस्तक ‘गतिशील राजभवन’ देकर सम्मानित किया।


राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन से इण्डियन रेडक्रास सोसाइटी उत्तर प्रदेश राज्य शाखा द्वारा बाढ़ प्रभावित व कोविड-19 से प्रभावित 9 जिलों को भेजे जाने वाली राहत सामग्री के वाहनों को झण्डी दिखाकर रवाना किया। राहत सामग्री में मास्क, किचन सेट, तारपोलिन, मच्छरदानी, एसार्टेड क्लाथ, काटन कम्बल, साबुन, ग्लब्स व सेनेटाइजर है।


Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें