उ.प्र. राज्य महिला आयोग ने प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं का लिया स्वतः संज्ञान , संबंधित जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से माँगा जवाब
लखनऊ। उ.प्र. राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीड़न की गम्भीर घटनाओं पर रोकथाम और पीडि़त महिलाओं को त्वरित न्याय दिलायें जाने के उद्देश्य से विभिन्न दैनिक समाचार पत्रों/विभिन्न इलेक्ट्रानिक मीडि़या के चैनलों में प्रकाशित/प्रसारित घटनाओं का स्वतः संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजते हुए कृत कार्यवाही की आख्या मांगी गयी।
जनपद बलरामपुर के ’’बलरामपुर में छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, मौत’’ विषयक प्रकाशित घटना का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक बलरामपुर को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद आजमगढ़ के ’’मां के सामने से किशोरी का अपहरण’’ विषयक प्रकाशित घटना का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद जौनपुर के ’’जौनपुर में किशोरी से दुष्कर्म’’ विषयक प्रकाशित घटनाओं का संज्ञान लेते हुये पुलिस अधीक्षक जौनपुर को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद बाराबंकी के ’’एक साल से रेप करता रहा पिता, गर्भवती हुई नाबालिग’’ विषयक प्रकाशित घटना का संज्ञान लेते हुये पुलिस अधीक्षक बाराबंकी को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद बुलन्दशहर के सुलेमपुर थाना क्षेत्र में ’’घर में घुसकर लड़की को अगवा कर रेप की वारदात’’ विषयक प्रकाशित घटना का संज्ञान लेते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलन्दशहर को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।