महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ प्रत्रकारों ने किया प्रदर्शन


लखनऊ। स्वतंत्र पत्रकार एस के शुक्ला 'सरल' के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ पत्रकारों ने हजरतगंज स्थित गाँधी प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया और उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। 


ज्ञातव्य है कि रिपब्लिक भारत के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को महाराष्ट्र पुलिस ने नियम कानूनों की धज्जियाँ उड़ाते हुए 2018 के एक पुराने केस में गिरफ्तार किया है। उक्त केस में अर्नब के अलावा दो अन्य दोषी हैं जिनकी गिरफ़्तारी अभी तक नहीं हुई है। अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी जिस तरीके से की गई इससे पत्रकारों में काफी रोष है। 


आज के धरने का प्रतिनिधित्व कर रहे पत्रकार एस के शुक्ला 'सरल' ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। अगर अर्नब गोस्वामी दोषी हैं तो उन्हें सजा मिलनी ही चाहिए लेकिन जिस तरीके से उनकी गिरफ्तारी हुई है वह विद्वेष को दर्शाता है। किसी भी मान्यताप्राप्त पत्रकार को बिना मजिस्ट्रेट के आदेश के गिरफ्तार करना यह दर्शाता है कि महाराष्ट्र पुलिस ने अपने आका महाराष्ट्र सरकार के इशारे पर ऐसा कृत किया है। अर्नब गोस्वामी दोषी हैं तो उन्हें सजा मिले लेकिन कानून के दायरे में रहकर ना कि विद्वेष वश।


ख़बरों के आंकलन से संपादक अजीत कुमार सिंह ने कहा एक पत्रकार अपनी सारी समस्याएं भूलकर समाज की समस्याओं के लिए लड़ता रहता है,ऐसे में पत्रकारों का धन्यवाद करने के वजाय गैरकानूनी ढंग से उसे प्रताड़ित करना यह सभ्य समाज में उचित नहीं है।


इस अवसर पर जीतेन्द्र झा,अमरकृष्ण मिश्र,अम्बुज सिंह,जेबी सिंह,नितिन सिंह,मंगल सिंह,एस पी सिंह,सत्यजीत सिंह,एस के द्विवेदी सहित कई पत्रकार एवं पत्रकार संगठनों से जुड़े लोग उपस्थित रहे। 


 


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