विजय दिवस 16 दिसम्बर 1971 भारतीय सेना के गौरवमयी अदम्य साहस, पराक्रम और राजनैतिक इच्छाशक्ति भारत के लिए प्रेरणादायी - अजय कुमार लल्लू
लखनऊ। अ0भा0 कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं प्रभारी उ0प्र0 प्रियंका गांधी के निर्देशानुसार आज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटियों द्वारा विजय दिवस (16 दिसम्बर 1971 की स्मृति में) मनाया गया। इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा 1971 के युद्ध में जांबाजी से भाग ले चुके वीर सैनिकों का सम्मान किया गया तथा जनपद के अन्य पूर्व सैनिकों का गरिमामयी और आदरपूर्वक सम्मान समारोह आयोजित कर उन्हें अंगवस्त्र और पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया गया और भारत की गौरवगाथा बढ़ाने के लिए वीर सैनिकों को नमन करते हुए कृतज्ञता व्यक्त की गयी।
विजय दिवस(1971) के अवसर पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शामिल रहे वीर सैनिकों का अंगवस्त्र एवं फूल-मालाओं से सम्मान किया गया।
इस अवसर पर महान सेनानियों का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज भारतवासियों के लिए, कांग्रेस के लिए और स्वयं मेरे लिए यह गौरव का क्षण है जब हम उन महान सैनिकों का सम्मान कर रहे है जिनके अदम्य साहस, पराक्रम से हमें पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने और उसको विभाजित करके एक नये देश (बंगलादेश) के निर्माण का गौरव प्राप्त हुआ। ऐसा हमारी महान नेत्री पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी जी के कुशल नेतृत्व, कूटनीतिक दक्षता और वैचारिक दृढ़ता के चलते संभव हो सका। जब उन्होने सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के सातवें बेड़े की परवाह न करते हुए तथा चीन की कलुषित धमकी को धता बताते हुए अपने साहसिक निर्णय से सेना का मनोबल बढ़ाया और हमारे देश को यह गौरवशाली क्षण मिला जिसमें पाकिस्तान के 93हजार सैनिकों को भारतीय सेना के सम्मुख आत्मसमर्पण करना पड़ा। यह भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए अनोखी घटना है और सबसे गौरवपूर्ण घटना है। हम अपनी महान नेता और वीर सैनिकों को शत-शत नमन और वंदन करते हैं तथा कांग्रेस कार्यालय के इस प्रांगण में आप जैसे महान सैनिकों का सम्मान करते हुए खुद को धन्य मानता हूं।
विजय दिवस के इस मौके पर वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद तथा पूर्व सैनिक विभाग के संरक्षक प्रमोद तिवारी ने वीर सैनिकों का सम्मान करते हुए कहा कि हमारे लिए गौरव का क्षण है कि हम आप जैसे महान सेनानियों का स्वागत करने का अवसर पा रहे हैं। क्योंकि 15 अगस्त 1947 हमारे देशवासियों के लिए गौरव और सम्मान का दिन था लेकिन आपके अदम्य साहस और पराक्रम के चलते 16 दिसम्बर 1971 का दिन पूरी दुनिया में हमारे लिए गौरव और सम्मान का दिन बन गया।
कार्यक्रम समिति की अध्यक्ष एवं कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा‘मोना’ ने सर्वप्रथम एक-एक सैनिकों का कांग्रेसजनों से परिचय कराया और कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की इच्छा एवं कांग्रेस की विनती पर आप लोग विजय दिवस के मौके पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अपनी गरिमामय उपस्थिति प्रदान कर हम कांग्रेसजनों को स्वागत करने का अवसर प्रदान कर कृतार्थ किया है। हमें अपने गौरवमयी परम्परा और गौरवमयी नेतृत्व, आप सैनिकों के अदम्य साहस और पराक्रम पर गर्व है।
इस अवसर पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के पूर्व सैनिक विभाग के चेयरमैन एयरमार्शल (रि0) अशोक गोयल ने विस्तार से 1971 के भारत-पाक युद्ध का वर्णन करते हुए हमारे देश की प्रधानमंत्री रहीं इन्दिरा गांधी और सेना के बीच समन्वय की सराहना करते हुए कहा कि इतने कम समय में इतनी बड़ी लड़ाई और विजय केवल इन्दिरा की दृढ़ इच्छाशक्ति और भारतीय सेना के जवानों के अदम्य साहस का ही परिणाम रहा है।