खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-ऑस्ट्रेलिया के आर्थिक रणनीति की रिपोर्ट लॉन्च की
गोयल ने भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक रणनीति रिपोर्ट भी लॉन्च की। पीयूष गोयल ने कहा कि हम अपनी एफडीआई नीतियों को विदेशी निवेश के लिए अधिक सुविधाजनक, अनुकूल और सहायक बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और रक्षा उत्पादन जैसे नए क्षेत्रों से भी आपसी संबंधों के लिए नये अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि रक्षा, खेल, वस्त्र, टेक्सटाइल डिजाइनिंग, डिजिटल गेमिंग, एनिमेशन, जल प्रबंधन, वाणिज्यिक जहाज निर्माण, अंतरिक्ष सहयोग और शिक्षा में डिजिटल जुड़ाव जैसे उभरते हुए क्षेत्रों मेंइस व्यापार संबंध को संतुलित बनाने के लिए हमारे प्रयास बड़ा वादा करते हैं।
हाल में किए गए श्रम सुधार, श्रम कानूनों और रोजगार में लचीलेपन के लिए नये इकोसिस्टम को भी सक्षम बनाएंगे। नए ढांचे के तहत पर्यटन जैसे क्षेत्र देश में बड़ी संख्या में रोजगार पैदा करेंगे और भारत में पर्यटन परियोजनाओं को अधिक व्यवहार्य बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत के किसानों को अधिक से अधिक आय प्राप्त हो, ऐसा तभी संभव होगा जब हमारे कृषि उत्पादों का अधिक मूल्य संवर्धन हो और बाकी दुनिया के साथ हमारा बेहतर जुड़ाव हो, ताकि हम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की जरूरतों को पूरा कर सकें।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की पृष्ठभूमि में आर्थिक गतिविधियों को वापस लाने के बारे में उद्योग ने जो ध्यान दिया है, उसके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। अर्थव्यवस्था में काफी सुधार हो रहा है। कोविड-19 से पैदा हुए अवसर का भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को उदार बनाने और देश में व्यापार को आसान बनाने के लिए उपयोग किया है। आज हम सबसे अधिक खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं। हमने लगभग सभी क्षेत्रों में 100 प्रतिशत तक स्वत: रूप से एफडीआई की अनुमति दी है।
ऑस्ट्रेलिया और भारत रणनीतिक मोर्चे पर,चाहे वह मालाबार युद्ध अभ्यास हो, क्यूयूएडी ग्रुपिंग हो, रणनीतिक क्षेत्रों में साझेदारी हो, सभी रणनीतिक मोर्चों पर घनिष्ठता से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह नजदीकी सहयोग आने वाले वर्षों में हमारी आर्थिक भागीदारी को और मजबूत बनाएगा। गोयल ने उल्लेख किया कि ऑस्ट्रेलिया रणनीति रिपोर्ट जैसे प्रयास इस रणनीति रिपोर्ट को लागू करने के लिए हमें अपनी व्यापार और आर्थिक नीतियों को अनुरूप बनाने में भी मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सहयोग के नये क्षेत्रों का पता लगा सकते हैं, जिन्हें व्यापक आर्थिक भागीदारी अनुबंध के लिए हमारी बातचीत में शामिल किया जा सकेगा।