दिव्यांगजनों को विज्ञान से जोड़ते हुए उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाये- अनिल राजभर

लखनऊ। अमित कुमार सिंह, कुलसचिव ने बताया कि डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, मोहान रोड, लखनऊ के प्रशासनिक भवन के प्रथम तल पर स्थित सभागार में आज भारत सरकार द्वारा आयोजित किये जाने वाले India International Science Festival (IISF- 2020) के छठवें संस्करण के कर्टेन रेजर सेरेमनी का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम Conclave For Assistive Technologies and Divyaangjan (CATD) विषयक था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में  प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री, अनिल राजभर शामिल हुए। साथ ही सी0एस0आर0आई0 तथा विज्ञान भारती के सम्मानित सदस्यगण, श्रेयान्श मण्डलोई, डाॅ0 रजनीश चतुर्वेदी, डाॅ0 एस0 के0 बारिक कार्यक्रम में शामिल रहे। डाॅ रंजना अग्रवाल एवं जयन्त ने कार्यक्रम में आनलाइन प्रतिभाग किया।

मुख्य अतिथि राजभर जी ने विश्वविद्यालय में आयोजित किये गये इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि  कार्यक्रम के माध्यम से हम उन लोगों तक पहुँच रहे हैं। इसका उद्देश्य दिव्यांगजनों को विज्ञान से जोड़ते हुए उनके लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। उन्हें सक्षम बनाते हुए समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि जिन्दगी का ऐसा कोई पहलू नहीं, जिसमें विज्ञान की उपयोगिता न हो। आमजन की सहभागिता से ही इसकी ख्याति बढ़ेगी। हमें इसके व्यापक प्रचार-प्रसार का प्रयास करना होगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें।

विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो0 राणा कृष्ण पाल सिंह ने आयोजित किये जा रहे कार्यक्रम को दिव्यांगजनो के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य दिव्यांगजनों को सुगम एवं बाधारहित वातावरण प्रदान करते हुए उन्हें सफल जीवन के अवसर उपलब्ध कराना है। CATD इवेन्ट विश्वविद्यालय से जुड़ा है, ऐसे में इसका कर्टेन रेजर समारोह विद्यार्थियों के हित में है। ये एक वृृहद कार्यक्रम है जिसका लाभ निश्चय ही देश के नागरिकों को होगा। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री ने विश्व कल्याण के लिए आत्म निर्भर भारत का जो सपना देखा है, ये कार्यक्रम उसे एक सम्बल प्रदान करेगा।

इस अवसर पर डाॅ0 एस0के0 बारिक ने बताया कि आई0 आई0 एस0 एफ0 विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के क्षे़त्र में भारत की उपलब्धियों का उत्सव है, इसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों में विज्ञान के प्रति जागरूकता का प्रसार करना है। ये छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, शोध कर्ताओं, नवाचारकों, वैज्ञानिकों, शिल्पकारों एवं नीति निर्धारक वर्गों के लिए ऐसा मंच प्रदान करता है जहाँ विज्ञान के माध्यम से समाज के विकास पर विचार/मंथन किया जा सके। इसका आयोजन 2015 से किया जा रहा है। अभी तक 05 आई0आई0एस0एफ0 आयोजित हो चुके हैं। इस वर्ष इण्डिया इण्टरनेशनल साइंस फैस्टिवल का छठवां संस्करण 22 दिसम्बर, 2020 से 25 दिसम्बर, 2020 तक वर्चुअल स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है।

इस बार की थीम-‘आत्म निर्भर भारत एवं विश्व कल्याण के लिए विज्ञान’ निर्धारित है। वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद को इस बार आई0आई0एस0एफ0 आयोजित करने की जिम्मेदारी गई है। उन्होंने बताया कि CATD दिव्यांगजनों को एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान हो और वे आत्मनिर्भर बनें।

इस अवसर पर मण्डलोई ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के सामने भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करना है कि किस प्रकार हम लोगों को इससे जोड़ते हैं और जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उनको लाभ पहुँचाते हैं। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोग कार्यक्रम में पंजीयन करायें एवं इस सुनहरे अवसर का लाभ उठायें।डाॅ0 रजनीश चतुर्वेदी ने बताया कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों में दिव्यांगजनों को सकलंगो से अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ा।

वैज्ञानिक होने के नाते हमारा उद्देश्य उनकी समस्याओं को समझते हुए उसका निराकरण करना है। इसी को ध्यान में रखते हुए मौजूदा महामारी से लड़ने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं पर 40 आयोजन होंगे, जिनमें इस बार 08 नये विषय शामिल किये गये हैः- 01. भारतीय विज्ञान इतिहास, 02. दर्शन और विज्ञान, 03. एग्रीटेक, 04. स्वच्छ वायु, 05. ऊर्जा, 06. अपशिष्ट और स्वच्छता, 07. जैव विविधता तथा 08. विज्ञान कुटनीति है।इस अवसर पर कर्टेन रेजर सेरेमनी के ब्राॅशर का विमोचन भी किया गया।

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